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तिहाड़ के फोन रूम में यह खूनी मारपीट शुक्रवार को हुई है। घायलों में से एक कैदी को छुट्टी मिल गई है, लेकिन दूसरे की हालत गंभीर है।

एशिया की सबसे सुरक्षित माने जाने वाली दिल्ली की तिहाड़ जेल में एक बार फिर से खूनी झड़प की खबर सामने आ रही है। यहां बदले की आग में दो गुट आपस में भिड़ गए, जिसमें दो कैदी बुरी तरह से घायल हुए हैं। जेल प्रशासन ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तिहाड़ के फोन रूम में यह खूनी मारपीट शुक्रवार को हुई है। बताया जा रहा है कि लोकेश नाम के एक कैदी ने अपने साथी हिमांशु और अभिषेक के साथ मिलकर कैदी लवली और लवीश पर हमला कर दिया। हमला इतना तेज था कि सुरक्षाकर्मियों को इन तीनों कैदियों को काबू करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। बहरहाल, दोनों को आरोपियों के चंगुल से छुड़वाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक कैदी को शुक्रवार शाम को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी, लेकिन दूसरे कैदी का अभी भी उपचार जारी है।

ये बताई जा रही हमले की वजह

बताया जा रहा है कि लोकेश के भाई की हत्या के आरोप में लवली और लवीश तिहाड़ में बंद हैं। लोकेश अपने भाई की हत्या का बदला लेना चाहता है, जिसके लिए उसने दोनों पर हमला करने की साजिश रची। इस साजिश में उसने अपने साथी हिमांशु और अभिषेक को भी शामिल कर लिया। बहरहाल, तीनों आरोपियों को अलग सेल में रखा गया है।

पहले भी हो चुके कई ऐसे हमले

तिहाड़ जेल को एशिया की सबसे सुरक्षित जेल कहा जाता है, लेकिन आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आती हैं, जहां कैदियों के गुटों के बीच हिंसक झड़प होती है। अप्रैल में भी जेल संख्या 3 में भी ऐसी हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें चार कैदी गंभीर रूप से घायल हुए थे। हर बार की तरह सुरक्षा को पुख्ता कर दिया जाता है, लेकिन कुछ समय बाद ही कैदियों के बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो जाती है।

'आप' ने लगाए थे आरोप

बता दें कि आम आदमी पार्टी ने भी तिहाड़ जेल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि सीएम अरविंद केजरीवाल जिस बैरक में हैं, उसके पास भी हिंसक झड़प हुई थी। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि यह एक साजिश होती है, जिसके चलते सीएम केजरीवाल की जान को खतरा लगता है। हाल में भी आप नेता संजय सिंह और आतिशी ने भी आरोप लगाया था कि जेल में अरविंद केजरीवाल की जान सुरक्षित नहीं है।

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