Delhi News: दिल्ली देहात के कंझावला क्षेत्र के लाडपुर गांव में रविवार को वर्ष के अंतिम दिन सफाई कर्मचारी परिवारों के आह्वान पर उनकी अति ज्वलंतशील समस्या के मद्देनजर दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष संजय गहलोत उनके बीच पहुंचे। इस बैठक में सफाई कर्मियों की व्यथा सुनने के बाद आयोग के अध्यक्ष संजय गहलोत ने बताया कि किसी भी कीमत पर सफाई कर्मियों के मकान तोड़ने नहीं दिए जाएंगे।

सफाई कर्मियों को किया आश्वस्त

अध्यक्ष संजय गहलोत ने लाडपुर निवासियों को आश्वस्त किया कि इस गंभीर मामले में त्वरित कार्रवाई की जाएगी एवं सम्बंधित जिला अधिकारी को आयोग में तलब किया जाएगा। पूरी जानकारी ली जाएगी और हर संभव प्रयास करके कर्मियों को राहत प्रदान की जाएगी।

इस मौके पर प्रमुख समाज सेवक सुरेंदर महरोलिया, डॉक्टर राजेश सूद, हरकेश लाड़पुरिया, स्वीटी हरकेश आदि भी शामिल रहे। गहलोत ने बताया कि लाड़पुर गांव के निवासी जो दिल्ली नगर निगम में सफाई कर्मचारी भी हैं, उन्होंने मुझे बताया कि 26 दिसंबर को डी एम कंझावला कार्यालय द्वारा गांव की पैमाईश हो चुकी है, जिसके तहत रोड़ चौड़ा करने के लिए सैंकड़ों कर्मियों के मकान गिराए जाएंगे, जबकि यहां के निवासी वर्ष 1951-52 से पहले यहां निवास कर रहे हैं।

कड़ी ठंड में सता रहा है आशियाने उजड़ने का डर

गहलोत ने बताया कि आपबीती बताते हुए सफाई कर्मियों ने बताया कि कड़ी ठंड में उन्हें अपने आशियाने उजड़ने का भयंकर डर सता रहा है, चूंकि सरकार ने इस बाबत इन्हें विस्थापित करने के लिए किसी प्रकार का कोई अन्य विकल्प भी नहीं दिया है। आज इस संदर्भ में मौके पर मौजूद सैंकड़ों कर्मियों, जिनमें महिलाएं पुरुष भी शामिल थे अपना लिखित प्रार्थना पत्र भी सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष संजय गहलोत को सौंपा।

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