Delhi Borewell Accident: राजधानी दिल्ली के वेस्ट केशोपुर मंडी इलाके में बड़ा हादसा हुआ। यहां दिल्ली जल बोर्ड प्लांट के बोरवेल में एक शख्स गिर गया। एनडीआरएफ की टीम ने कई घंटे की कड़ी मश्क्कत के बाद उसे मृत हालत में बाहर निकाला। रेस्क्यू टीमों ने पहले बताया था कि बच्चा बोरवेल में गिरा है, लेकिन एक घंटे बाद कहा था कि गड्ढे में फंसे युवक की उम्र 15 से 20 साल के बीच होगी। हालांकि जब शव को बाहर निकाला गया तो पता चला कि शख्स की उम्र करीब 30 साल के आसपास है। मंत्री आतिशी ने हादसे पर दुख जताते हुए मामले की जांच कराने के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीजल खत्म होने से रुका खुदाई का काम
जानकारी के अनुसार, फिलहाल, 15 फुट के आसपास का गड्ढा खोदा गया है। हालांक, डीजल खत्म होने के कारण काम बीच में ही रुक गया है। आपको बता दें कि 40 फुट गड्ढा होने में अभी 2 से 3 घंटे का समय और लगेगा। दिल्ली पुलिस को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं मिला है।
मंत्री आतिशी मौके पर पहुंची
इससे पहले मंत्री आतिशी मौके पर पहुंची थी। उन्होंने रेस्क्यू टीमों के अधिकारियों से बातचीत करके बचाव कार्य की जानकारी ली थी। दमकल अधिकारी रविंद्र सिंह का कहना है कि यह घटना रविवार देर रात की है। पहले लग रहा था कि बच्चा गिरा है, लेकिन अभी पता चला है कि बोरवेल में गिरने वाले की उम्र 15 से 20 साल के बीच की है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ मौके पर है, जो कि उसकी मूवमेंट के बारे में बता सकती है। एक सवाल के जवाब में कहा कि बोरवेल में गलती से नहीं गिरा होगा। वो कैसे गिरा, यह पुलिस जांच के बाद ही पता चल सकेगा।
पहचान अभी तक नहीं हो पाई
दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारियों का कहना है कि बचाव अभियान जारी है। अभी तक उसकी पहचान नहीं हो सकी है।
पहले कहा था बच्चा गिरा
गड्ढे के पैरलल में खोदा जाएगा एक और बोरवेल
एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है और बच्चे की जिंदगी को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। रेस्क्यू टीम बोरवेल के बगल में एक और गड्ढा खोदेगी ताकि बच्चे को बाहर निकाल लिया जाएं। इस गड्ढ् की गहराई 40 फीट है। ऐसे में उस बच्चे को बाहर निकालना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। वहीं, नए बोरवेल की खुदाई में समय भी लग सकता है। फिलहाल, बच्चे को खाने-पीने की सामान रस्सी के सहारे भेजी जा रही है।