Congress Guarantee Card: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) से मुकाबले में कांग्रेस अपने 'गारंटी कार्ड' के साथ मैदान में उतर रही है। कांग्रेस ने दिल्लीवासियों के लिए 5 गारंटी की घोषणा की योजना बनाई है। ये गारंटी 6 जनवरी से 12 जनवरी के बीच अलग-अलग तरीके से लॉन्च की जाएंगी।
पहली गारंटी: महिलाओं को हर महीने 3000
महिला वोटर्स को साधने के लिए कांग्रेस ने 'महिला डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजना' का ऐलान किया है। इसके तहत दिल्ली की महिलाओं को हर महीने 2500 से 3000 सीधे उनके खातों में ट्रांसफर किए जाएंगे। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से तैयार की गई है।
दूसरी गारंटी: स्वास्थ्य बीमा योजना
दिल्लीवासियों को स्वास्थ्य सुरक्षा देने के लिए कांग्रेस एक व्यापक हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम लॉन्च करेगी। इस योजना के तहत हर परिवार को बीमा कवरेज मिलेगा। पार्टी का दावा है कि यह योजना स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
तीसरी गारंटी: बेरोजगार युवाओं के लिए नौकरी का वादा
बेरोजगार युवाओं के लिए कांग्रेस ने 'अप्रेंटिसशिप योजना' शुरू करने की योजना बनाई है। इसके तहत युवाओं को रोजगार के अवसर और प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। कांग्रेस का मानना है कि यह कदम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा और दिल्ली की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा।
चौथी गारंटी: श्रमिक वर्ग के लिए इनकम गारंटी
कांग्रेस ने श्रमिक वर्ग के लिए 'इनकम गारंटी स्कीम' का वादा किया है। इसके तहत दिल्ली में काम करने वाले श्रमिकों को न्यूनतम आय की गारंटी दी जाएगी। यह योजना श्रमिक वर्ग के जीवन स्तर को सुधारने में मदद करेगी।
पांचवीं गारंटी: हर परिवार को राशन
शहरी गरीबों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने 'सभी के लिए राशन' योजना की घोषणा की है। पार्टी का कहना है कि इस योजना के तहत कोई भी परिवार भूखा नहीं रहेगा।
ये भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल घर के बाहर महिला प्रदर्शनकारियों को देख भड़के, बीजेपी-कांग्रेस को दे दी चेतावनी
चुनावी प्रचार अभियान की शुरुआत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 6 जनवरी से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। कांग्रेस के शीर्ष नेता, जिनमें राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी शामिल हैं, दिल्ली में रैलियां और जनसभाएं करेंगे। आपको बता दें, दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं। पिछले 10 वर्षों से दिल्ली में AAP की सरकार है, जबकि कांग्रेस ने इससे पहले लगातार 15 साल तक राजधानी में शासन किया। बीजेपी ने 1993 में पहली बार दिल्ली का विधानसभा चुनाव जीता था। इस बार कांग्रेस की कोशिश न केवल वापसी करने की तैयारी में है, बल्कि अपने 'गारंटी कार्ड ' के जरिए दिल्ली के मतदाताओं के बीच विश्वास पैदा करना चाहती है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस की ये गारंटियां दिल्ली के राजनीतिक समीकरणों को कितना बदल पाती हैं।
ये भी पढ़ें: दिल्ली में कल से महिला सम्मान योजना के लिए शुरू होगा रजिस्ट्रेशन, जानें कैसे मिल पाएंगे 2100 रुपये