Delhi Nyay Yatra: दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2025) होना है। सभी पार्टियां चुनावों की तैयारियों में जुट गई है। इसी बीच कांग्रेस ने भी आगामी चुनावों को लेकर 'दिल्ली न्याय यात्रा' ( Congress Delhi Nyay Yatra) का ऐलान कर दिया है। यह यात्रा चार चरणों में निकाली जाएगी। जिसके जरिए सभी 90 विधानसभा सीटों को कवर किया जाएगा और वोटर्स को कांग्रेस से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। यह यात्रा राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा के जैसी ही मानी जा रही है।

दरअसल, कांग्रेस ने 'दिल्ली न्याय यात्रा' लॉन्च कर दी है। इस मौके पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ देवेंदर यादव ने कहा कि इस यात्रा के दौरान 250 से 300 कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। इस यात्रा के दौरान दिल्ली के लोगों से सीधा संपर्क किया जाएगा। उनकी समस्या को सुना जाएगा और समाधान खोजने का प्रयास किया जाएगा। यह यात्रा 8 नवंबर से शुरू होगी, जो 4 दिसंबर तक चलेगी। 'दिल्ली न्याय यात्रा' पहले चरण में 8 से 13 नवंबर को चांदनी चौक से शालीमार बाग तक के विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी और दूसरे चरण में 15 नवंबर से 20 नवंबर तक करावल नगर से जंगपुरा के 18 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। वहीं तीसरा चरण 22 से 27 नवंबर तक होगा। जिसमें बवाना से द्वारका तक के 16 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। इसके अलावा चौथे चरण में 29 नवंबर से 4 दिसंबर तक हरि नगर से तिमारपुर के 20 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया जाएगा। 

क्या भारत जोड़ों यात्रा की तरह मिलेगा फायदा 

दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले इस यात्रा को अहम माना जा रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' से भी कांग्रेस को काफी फायदा हुआ था। इस यात्रा के जरिए राहुल गांधी ने एकजुटता का संदेश दिया और एक मजूबत नेता के रूप में उभर कर आए और आज कांग्रेस मजबूत स्थिति में है। लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस को 'भारत जोड़ों यात्रा' से खासा फायदा हुआ था। इसलिए  'दिल्ली न्याय यात्रा' से कांग्रेस को फायदा मिल सकता है।

आम आदमी की पार्टी की वजह से सत्ता से बाहर है कांग्रेस 

बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की वजह से कांग्रेस सत्ता से बाहर है। कांग्रेस ने दिल्ली में 1998 से 2013 तक दिल्ली की सत्ता पर राज किया है। हालांकि, 2013 में आम आदमी पार्टी की एंट्री दिल्ली में हो गई थी और साल 2013 के विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को बाहर से समर्थन दिया था। जिसके बाद अरविंद केजरीवाल ने पहली बार दिल्ली में अपनी सरकार बनाई थी।

आम आदमी पार्टी 2013 से लेकर अभी तक दिल्ली की सत्ता में है और अरविंद केजरीवाल का दावा है कि साल 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी फिर से दिल्ली में सरकार बनाएगी। वहीं कांग्रेस का सीधा मुकाबला आम आदमी पार्टी से है। ऐसे में सवाल है कि क्या कांग्रेस आप को हराकर 11 साल बाद दिल्ली की सत्ता में लौट सकेगी।