Covid-19 JN.1 Variant: राजधानी दिल्ली और विश्व भर में कोरोना तेजी से अपने पैर पसार रहा है। शनिवार को पूरे सात महीने बाद कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। इनमें से कोरोना का सब-वेरिएंट जेएन.1 लोगों को सबसे अधिक डरा रहा है। दिल्ली एम्स के पूर्व डायरेक्टर और सीनियर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया की ओर से इस नए वेरियंट से संबंधित जानकारी दी गई है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना का नया सब-वेरिएंट जेएन.1 तेजी से अपने पैर पसार रहा है। इन नए मामलों से अभी अस्पताल में एडमिट होने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। कोरोना के नए वेरिएंट को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने राज्यों सरकार को अलर्ट रहने को कहा है। इसके साथ ही, कुछ राज्यों में मास्क पहनना जरूरी हो गया है।
कोरोना का सब-वेरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं- डॉ. गुलेरिया
दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. गुलेरिया ने कहा कि यह सब-वेरिएंट थोड़ा संक्रामक है और एक प्रमुख वेरिएंट बनता जा रहा है। हां, लेकिन सांस से इसके मरीजों में ज्यादातर लक्षण जुड़े हुए हैं। कोरोना के नए सब-वेरिएंट जेएन.1 में बुखार, खांसी, गले में खराश, जुकाम और नाक बहना और पूरे शरीर में दर्द होना शामिल है। कोरोना के नए वेरिएंट का डेटा बताता है कि यह वायरस ज्यादा गंभीर नहीं है और न ही अस्पताल में भर्ती होने का कारण बन रहा है।
60 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोग सावधानी बरतें
वहीं, कोरोना के सब-वेरिएंट जेएन.1 को लेकर इंसैकॉग के सीनियर डॉक्टर एनके अरोड़ा का कहना है कि कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर अभी कोई एक्सट्रा वैक्सीन की जरूरत नहीं है। आगे उन्होंने लोगों को सलाह देते हुए कहा है कि जिन लोगों की उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है, उन लोगों को इम्यूनोसप्रेसिव दवाइयों पर निर्भर वाले लोगों को कोरोना गाइडलाइंस का पालन जरूर करना चाहिए। इन लोगों को अपनी हेल्थ का खास ख्याल रखना चाहिए। लेकिन उन लोगों को अभी एक्सट्रा वैक्सीन डोज की जरूरत नहीं है।
कोरोना के नए वेरिएंट से डरने की जरूरत नहीं
डॉ. अरोड़ा ने भी लोगों को सलाह दी है कि ओमिक्रॉन के कई सब-वेरिएंट का पता चला है, लेकिन उनमें से किसी में भी कोई गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है। किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है बल्कि थोड़ा अलर्ट होकर रहे। कोरोना के सब-वेरिएंट से सावधानी बरतने के लिए भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क लगाएं और समय-समय पर हाथ धोते रहे।
ये भी पढ़ें:- Delhi Corona: राजधानी में कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 के 6 मरीज मिले, जानें अब कितनी हुई एक्टिव मरीजों की संख्या