Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। इसी बीच बीजेपी ने AAP छोड़कर आए कपिल मिश्रा को करावल नगर सीट से टिकट देकर सियासी पारा और बढ़ा दिया है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है कि भाजपा ने मौजूदा बीजेपी विधायक मोहन सिंह बिष्ट का टिकट काटकर मिश्रा पर भरोसा क्यों जताया है?

दरअसल,कपिल मिश्रा की गिनती दिल्ली के ऐसे फायरब्रांड नेता के रूप में होती है, जो बीजेपी के हिंदुत्व के एजेंडे वाली राजनीति में बिल्कुल फिट बैठते हैं। उन्हें करावल नगर से चुनावी मैदान उतारने का ये भी एक बड़ा फेक्टर माना जा रहा है। हालांकि, बीजेपी ने कपिल मिश्रा को पिछले विधानसभा चुनाव में मॉडल टाउन से टिकट दिया था। लेकिन, वह बीजेपी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए थे और उन्हें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अखिलेश पति त्रिपाठी से हार का सामना करना पड़ा था।

ये भी पढ़ें- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: बीजेपी में टिकट बंटवारे को लेकर हो रही बगावत! इन सीटों पर खुलकर सामने आया विरोध

मोहन सिंह बिष्ट से दो बार हो चुका है कपिल मिश्रा का मुकाबला

ये ही नहीं कपिल मिश्रा का मुकाबला बीजेपी के विधायक मोहन सिंह बिष्ट से दो बार हो चुका है। जब कपिल मिश्रा आम आदमी पार्टी में थे तो साल 2013 का विधानसभा चुनाव मोहन सिंह बिष्ट से हार गये थे। हालांकि, 2015 के विधानसभा चुनाव में कपिल मिश्रा ने मोहन सिंह बिष्ट को हरा दिया था। इसके बाद उन्हें दिल्ली सरकार में मंत्री बनाया गया था। वहीं 2019 में AAP ने कपिल मिश्रा को पार्टी से निकाल दिया था और इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था। तब से लेकर अब तक वह लगातार अरविंद केजरीवाल पर हमलावर रहे हैं।  

टिकट देने की ये भी बताई जा रही वजह

खबरों की मानें, तो बीजेपी नेताओं ने पार्टी के इंटरनल सर्वे का हवाला दिया है। जिसमें दावा किया गया है कि कपिल मिश्रा कि पूर्वांचल के लोगों में अच्छी पकड़ है। जिसके चलते उन्हें करावल नगर से चुनावी मैदान में उतारा गया है। वहीं मुस्तफाबाद में पहाड़ी लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जिसे देखते हुए बिष्ट को करावल नगर की बजाय मुस्तफाबाद से टिकट दिया गया है। हालांकि, बीजेपी को ये रिस्क लेना आगामी चुनाव में भारी पड़ सकता है।

ये भी पढ़ें- मुस्तफाबाद में BJP का दांव