Delhi BJP Protest: सिंगल डिजिट लॉटरी पर प्रतिबन्ध लगवाने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने बीजेपी के सांसदों और विधायकों के साथ मिलकर आज यानी शनिवार को ऑनलाइन गैम्बलिंग को लेकर जन्तर-मन्तर पर धरना दिया। इस अवसर पर सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी, विधायक मोहन सिंह बिष्ट, अजय महावर, अनिल वाजपेयी व अभय वर्मा के अलावा पूर्व विधायक विजय जौली एवं पूर्व महापौर जय प्रकाश सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

24 करोड़ लोग इसकी गिरफ्त में हैं

गोयल ने कहा कि देश के युवाओं को ऑनलाइन गैम्बलिंग ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है और तेजी से यह व्यापार 30 प्रतिशत की दर से फल-फूल रहा है।  2022 में ऑनलाइन गेमिंग को रेग्युलेट करने के लिए भारत सरकार एक बिल लाई थी, पर अभी वह ठंडे बस्ते में है। अगले संसद सत्र में वे चाहेंगे कि इस मुद्दे को सदन में उठाया जाए। क्रिकेटर्स और फिल्म स्टार्स ऑनलाइन गैम्बलिंग का विज्ञापन बंद करें। गोयल ने बताया कि आज करीब 24 करोड़ लोग इसकी गिरफ्त में हैं और 2027 तक एक अनुमान के अनुसार 50 करोड़ लोग इसकी गिरफ्त में आ जाएंगे।

ऑनलाइन गेमिंग के 800 एप्स

गोयल ने कहा कि इस अवैध ऑनलाइन जुए के अभी करीब 800 एप्स हैं, जिनमें से ज्यादातर विदेशों से चलते है और आम आदमी विशेषतः युवाओं को लूटने के लिए ये सभी चालें और छल का इस्तेमाल करते हैं और उसे लगातार विश्वास दिलाते हैं कि वह जीत सकता है। एक संगठित अपराध सिंडिकेट इन घोटालों के पीछे है। भारत के समाज में उनकी खतरनाक पकड़ को रोकने के लिए इस पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया जाना चाहिए।  गोयल ने कहा कि ‘लोक अभियान’ के माध्यम से ऑनलाइन गैम्बलिंग के खिलाफ अभियान लगातार चलता रहेगा।

'दो राज्यों ने ऑनलाइन गैम्बलिंग पर लगाया प्रतिबंध'

गोयल ने कहा कि 1867 के पब्लिक गेम्बलिंग एक्ट के अनुसार हमारे देश में किसी भी प्रकार का जुआ खेलना अपराध है और इस ऑनलाइन गैम्बलिंग पर प्रतिबंध लगाने का विषय राज्य सरकारों का है। अभी तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश दो राज्यों ने ऑनलाइन गैम्बलिंग पर प्रतिबंध लगाया है। गोयल ने कहा कि ऑनलाइन गैम्बलिंग का अभी 63 बिलियन अमेरिकी डॉलर विश्व में व्यापार है और भारत में 33 हजार करोड़ का व्यापार है।

'धन के लालच में फंस रहे युवा'

सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने सामाजिक और आर्थिक परिणामों पर जोर देते हुए कहा कि ‘कई युवा ऑनलाइन जुए के माध्यम से त्वरित धन के लालच में फंस रहे है। यह न केवल एक सामाजिक मुद्दा है, बल्कि समाज के मूल ढांचे के लिए खतरा है।’ विधायक अजय महावर और मोहन सिंह बिष्ट ने भी इस भावना को दोहराया, इन प्लेटफार्मो की विनियमन की कमी और आसान पहुंच की ओर इशारा करते हएु उन्होंने भारत में ऑनलाइन जुए के प्रसार को रोकने के लिए कानूनी उपायों की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। अजय महावर ने मीडिया, शैक्षणिक संस्थानों और सामाजिक संगठनों से इस ज्वलंत मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाने में हाथ मिलाने की भी अपील की।

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