Delhi News: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने केंद्र में भाजपा सरकार को एक अहम चुनौती दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि वे अगले एक हफ्ते में बस मार्शलों की नौकरी को पक्का करने का प्रस्ताव दिल्ली के उपराज्यपाल के पास भेजेंगी और बीजेपी को इसे पारित कराकर दिखाना होगा।

संविदा कर्मियों की नौकरी AAP किया पक्का 

आतिशी ने भाजपा शासित राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के संविदा कर्मियों के साथ चुनावी वादे पूरे नहीं किए गए। उन्होंने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश का नाम लिया, जहां बीजेपी ने संविदा कर्मियों को स्थाई करने का वादा किया था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसने अपने राज्य में संविदा कर्मियों को पक्का किया है। दिल्ली में 10,000 सफाईकर्मियों और पंजाब में 12,000 शिक्षकों को पक्की नौकरी दी है।

भाजपा ने अप्रैल से रोक दी है बस मार्शलों की तनख्वाह 

सीएम ने बीजेपी से चुनौती दी कि वे इस प्रस्ताव को एक हफ्ते के भीतर पारित कराएं। उन्होंने कहा, "मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि बीजेपी इन बस मार्शलों के साथ केवल गंदी राजनीति करेगी और कुछ नहीं।" आतिशी ने यह भी कहा कि अगले दो से चार दिनों में बस मार्शलों को प्रदूषण रोकने के काम में तैनात किया जाएगा। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि पिछले साल अप्रैल 2023 से दिल्ली के बस मार्शलों की तनख्वाह रोक दी थी, जिसके बाद आप सरकार ने बार-बार संघर्ष कर उन्हें उनकी मेहनताना दिलाया।

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