Delhi Fraud Case: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में क्राइम किस स्तर तक का हो सकता है, इसका अंदाजा आप इस खबर से लगा सकते हैं। अपराधियों ने लोगों को ठगने के लिए निंजा तकनीक का इस्तेमाल किया, लेकिन अब आरोपी दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। अपराधी स्पेशल-26 फिल्म की उस कहानी को सच करना चाह रहा था, लेकिन पुलिस ने इस गैंग का पर्दाफाश कर दिया है। उत्तर पूर्वी जिला पुलिस ने सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी करने वाले एक गैंग का खुलासा किया है।

क्या है पूरा मामला?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस केस में तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। आरोपियों के नाम 26 वर्षीय निवासी राजू रे, पप्पू कुमार जो कि 22 साल का है और 29 वर्षीय गुड्डू कुमार शर्मा शामिल है, ये तीनों आरोपी बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है। आरोपियों के पास से 15 मोबाइल, 15 एटीएम कार्ड और 14 सिम कार्ड बरामद हुए हैं। डीसीपी डॉ जॉय टिर्की ने बताया कि 21 मई को अमर कॉलोनी निवासी रामदास ने शिकायत दी थी। बताया कि वह एनडीएमसी में कार्यरत हैं। उनकी पत्नी के पास एक अनजान नंबर से कॉल आया था। फोन करने वाले ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया था।

रेप केस का आरोपी बताकर ठगे 2 लाख

रामदास को रेप केस में अरेस्ट करने की बात कही गई और छोड़ने के एवज में दो लाख रुपए की डिमांड हुई। डिमांड पूरी नहीं होने पर रिश्तेदारों और दोस्तों के बीच उनकी छवि खराब करने की धमकी भी दी गई। पति को बचाने के लिए महिला ने दिए गए दो अकाउंट नंबर में दो लाख रुपए भेज दिए। जालसाजों ने महिला को घंटों फोन पर व्यस्त रखा ताकि वह अपने पति या किसी अन्य जानकार से सलाह मशविरा न करें।

साइबर थाने में कराया शिकायत दर्ज

रामदास ऑफिस से घर पहुंचे तो पत्नी ने पूरा किस्सा बयां किया। इस बाबत मिली शिकायत पर पुलिस ने साइबर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया। पुलिस की जांच टैक्नीकल सर्विलांस और उन बैंक अकाउंट पर केंद्रित हुई, जिसमें रुपए डाले गए थे। इसके बाद आरोपियों की पहचान कर उन्हें दबोच लिया गया। आरोपी राजू रे 8वीं कक्षा तक पढ़ा है। वह वेटर का काम करता था। आरोपी गुड्डू कुमार कॉमर्स ग्रेजुएट है।

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