Delhi Police: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने टावर में लगने वाले रिमोट रेडियो यूनिट (Remote Radio Unit) और अन्य उपकरणों की चोरी और खरीद-फरोख्त में शामिल दो गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने सरगना समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को आरोपियों के पास से 33 आरआरयू, 20 बीबीयू और अन्य उपकरण समेत काफी संख्या में चोरी का सामान बरामद हुआ है। पुलिस ने बताया कि इन उपकरणों की कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये है।
पुलिस ने पंद्रह आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के गिरफ्तार होने से आरआरयू चोरी के 63 मामले सुलझे हैं। इन आरोपियों में नाजिम, सनी राजपूत, मो. नईम, गोयल महेंद्र, इरफान, इजहार, पुनीत कुमार, परवीन राणा ऊर्फ सोनू ठाकुर, सुमित राणा और सलमान, दानिश, कासिम, नदीम और सलमान शामिल हैं।
अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
आरोपियों की गिरफ्तारी से कुल 33 आरआरयू, 20 बीबीयू, 15 जेआईओ बैटरी, दो आरएसपी कार्ड, 12 हाई-टेक हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर टूल और 20 बंडल टावर केवल हुए हैं। इसके अलावा, इन आरोपियों के खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में 17 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। फिलहाल, पुलिस की टीम आरोपियों से पूछताछ करने के बाद गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता लगा रही है।
क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर ने दी जानकारी
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर संजय भाटिया का कहना है कि एयरटेल के राष्ट्रीय नोडल अधिकारी ने देश के विभिन्न इलाकों में मोबाइल टावर में लगे उपकरणों की बड़े पैमाने पर चोरी होने की सूचना दी थी। उसमें बताया गया था कि आरआरयू चोरी होने की वजह से ग्राहकों को कॉल करने और इंटरनेट का इस्तेमाल करने में परेशानी हो रही है। इसके बाद हमने कई टीमों का गठन किया और आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। साथ ही, इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीम ने जगह-जगह पर जाकर जांच भी की थी।