दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शहर में एटीएम की सुरक्षा पर एक सर्वे किया है। इसमें सामने आया है कि दिल्ली में बहुत से एटीएम के सुरक्षा में लापरवाही की जा रही है। इस समय शहर में चोरों और अपराधों का अधिक खतरा है। इस सर्वे में कुल 5,452 ATM की जांच की गई। अप्रैल-मई के महीने में एटीएम से छेड़छाड़ के कई मामले सामने आए थे, जिसके बाद यह सर्वे किया गया। सर्वे के बाद कहा गया है कि शहर में एटीएम की सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए।
दिल्ली के एटीएम सुरक्षित नहीं
सर्वे के दौरान क्राइम ब्रांच द्वारा 5,452 एटीएम की जांच की गई, जिसके बाद एक बड़ा खुलासा है। शहर में बहुत से एटीएम ऐसे हैं, जहां पर सुरक्षा की बुनियादी व्यवस्था भी नहीं है। सर्वे में पता चला कि 2,053 एटीएम के पास कोई सुरक्षा गार्ड भी नहीं था। 900 से ज्यादा ऐसे एटीएम पाए गए, जहां पर कोई भी कैमरा नहीं लगा था। कैमरा न होने पर चोरी के बाद आरोपियों को पकड़ने मुश्किल होती है। साथ ही यह भी पाया गया कि 2,765 एटीएम में शटर लॉक नहीं थे और कुछ तो बिना शटर के ही चल रहे थे। एटीएम में इन कमियों की वजह से वहां पर पैसा निकालने वालों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है, क्योंकि अपराधी अक्सर ऐसी जगहों पर लोगों को अपना निशाना बनाते हैं।
एटीएम की सुरक्षा बढ़ाने को कहा गया
जानकारी के मुताबिक, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बैंकों को एटीएम की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा गया है। एटीएम के बाहर अच्छी लाइट की व्यवस्था के साथ ज्यादा सुरक्षा गार्ड तैनात करने होंगे। अधिकारी ने कहा कि एटीएम के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर सीसीटीवी लगाने के लिए कहा गया है। इससे अगर कहीं पर अपराध होता है, तो पुलिस को बेहतर फुटेज मिलने से आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जा सकेगा।
अलार्म सिस्टम भी लगाया जाए
सभी बैंकों को एटीएम में अलार्म सिस्टम लगाने की सलाह दी गई है, जिस किसी भी तरह के छेड़छाड़ और गलत तरीके से पैसा निकालने पर जानकारी मिल सके। बता दें कि इस साल अप्रैल में तीन लोगों को एटीएम से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ये आरोपी एटीएम के कार्ड रीडर स्लॉट को खराब कर देते थे, जिसकी वजह से लोगों का कार्ड उसमें फंस जाता था। इसके बाद मदद करने का नाटक करके वह चुपके से ग्राहक के पिन देख लेते थे और बैंक में शिकायत करने की सलाह देते थे। ऐसे में अगर वह ग्राहक बिना कार्ड निकाले वहां से चला जाता था, जो आरोपी उसके कार्ड से पैसे निकाल लेते थे।
कम सुरक्षा वाले एटीएम को बनाते हैं निशाना
पुलिस के मुताबिक, एटीएम के धोखेबाज अधिकतर उन मशीनों को अपना निशाना बनाते हैं. जहां पर सुरक्षा की कम व्यवस्था होती है। ये आरोपी पहले वहां जाकर रेकी करते हैं और फिर एटीएम से छेड़छाड़ का प्लान बनाते हैं। बाद में मौका पाकर वह एटीएम में छेड़छाड़ और चोरी को अंजाम देते हैं।
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