Delhi Election 2025: दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज वृद्धावस्था पेंशन का ऐलान किया है। इसको लेकर दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यदि नई पेंशन नियमित मिलनी है, तो यह घोषणा एक प्रशासनिक निर्णय है और यह घोषणा मुख्यमंत्री अथवा समाज कल्याण मंत्री को करनी चाहिए थी, पर यह घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा करना साफ दिखाता है कि यह एक राजनीतिक छलावा है, जो चुनाव बाद लटक भी सकती है।

दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने सोमवार को यह बयान जारी किया। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में 80 हजार नई वृद्धावस्था पेंशन दिए जाने की घोषणा दिल्ली भाजपा के संघर्ष एवं राजनीतिक दबाव का परिणाम है। गत दस साल में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा कोई नई पेंशन जारी करना तो दूर जो पेंशन मिलती भी रही हैं उनमें भी बुजुर्ग पेंशनधारकों को महीनों इंतजार करना पड़ता है। सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल द्वारा इस घोषणा के साथ ही यह भी स्थापित हो गया कि आतिशी मार्लेना एक डम्मी मुख्यमंत्री हैं असल में सरकार तो अरविंद केजरीवाल के रिमोट से चल रही है।

'हरियाणा सरकार दे रही 2750 प्रतिमाह'

वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि नई पेंशन घोषणा करते हुए भी अरविंद केजरीवाल ने झूठ बोला। केजरीवाल ने झूठा दावा किया की 60 से 69 वर्ष वाले बुजुर्ग लोगों को 2000 रूपए प्रति माह की पेंशन एवं 70 से बड़ों को 2500 की पेंशन देश में सर्वाधिक है, जबकि सच है कि सर्वाधिक वृद्धावस्था पेंशन 2750 प्रति माह हरियाणा की भाजपा की सरकार दे रही है।

'नई पेंशन घोषणा ऊंट के मुंह में जीरा समान'

सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली में दस लाख से भी अधिक पेंशन की आवश्यकता रखने वाले बुजुर्ग हैं, ऐसे में सरकार की 80 हजार नई पेंशन की घोषणा के बाद भी आधे बुजुर्गों तक लाभ नहीं पहुंचा है, जो साफ दर्शाता है कि नई पेंशन घोषणा ऊंट के मुंह में जीरा समान है। सचदेवा ने कहा है कि फरवरी 2025 में भाजपा सत्ता में आएगी तो सभी 100 प्रतिशत बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन आन डिमांड मिलेगी।

ये भी पढ़ें:- चुनाव से पहले AAP का बुजुर्गों को तोहफा: 80 हजार को और मिलेगी पेंशन, तुरंत कराएं रजिस्ट्रेशन, खाते में आएंगे इतने रुपये