Delhi Rain Death: राजधानी दिल्ली में इस बार मानसून की बारिश लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। दिल्ली में इस मानसून में अभी तक करीब चार बार जमकर बारिश हुई और चारों बार कहीं डूबने से तो कहीं करंट लगने से लोगों की जान गई है। मानसून की पहली बारिश 28-29 जून को हुई। इन दो दिन में करीब 13 लोगों की जान गई। इसके बाद 13 जुलाई को यमुना विहार इलाके में बिजली के खंभे से करंट फैलने पर महिला की मौत हो गई। फिर 23 जुलाई को पेटल नगर इलाके में यूपीएससी के छात्र की बिजली के खंभे से करंट लगने से मौत हो गई। इसके बाद राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर की बेसमेंट में तीन यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों की डूबने से मौत हो गई और अब बुधवार यानी 31 जुलाई को गाजीपुर इलाके में मां बेटे की डूबने से मौत हो गई।

गाजीपुर में मां बेटे की मौत

दिल्ली-एनसीआर में बुधवार यानी 31 जुलाई को जमकर बारिश हुई। बारिश के चलते कई इलाकों में भारी जलभराव हो गया। इसके साथ ही दिल्ली में बुधवार को हुई बारिश के कारण गाजीपुर इलाके में दो लोगों की मौत हो गई और सब्जी मंडी इलाके में एक घर ढहने से एक व्यक्ति घायल हो गया।

पुलिस के मुताबिक, 22 साल की तनुजा और उनका तीन साल का बेटा प्रियांश गाजीपुर इलाके की खोड़ा कॉलोनी के पास साप्ताहिक बाजार में गए थे। इस दौरान फिसलने दोनों एक नाले में गिर गए और उनकी मौत हो गई।

राजेंद्र नगर में तीन यूपीएससी छात्रों की मौत

दिल्ली के राजेंद्र नगर में शनिवार यानी 27 जुलाई को कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर छात्रों में रोष है और जमकर प्रदर्शन भी कर रहे हैं। दिल्ली नगर निगम और पुलिस एक्शन मोड में है। कई कोचिंग सेंटर के बेसमेंट भी सील कर दिए गए और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई, जो अभी भी जारी है। इस मामले में सात लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी। मामला हाई कोर्ट तक पहुंच चुका है।

पटेल नगर में करंट लगने से युवक की मौत

दिल्ली में 23 जुलाई को जमकर बारिश हुई। जिसके चलते जगह-जगह जलभराव हुआ और लोगों को खासी परेशानी की सामना करना पड़ा। इसी तरह दिल्ली के पटेल नगर मेट्रो स्टेशन के पास भी बारिश का पानी जमा हो गया, लेकिन यहां पानी का जमा होने से बिजली के खंभे से करंट फैल गया और इसकी चपेट में आने से एक यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र की मौत हो गई।

यमुना विहार में महिला की करंट लगने से मौत

ऐसे पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार इलाके में 13 जुलाई को महिला की करंट लगने से मौत हो गई। दरअसल, महिला अपने बेटे की रिपोर्ट दिखाने के लिए अस्पताल जा रही थी। वहीं सड़क पर बारिश का पानी भरा हुआ था। पानी में पैर रखते ही महिला को करंट लगा, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। यहां भी बिजली के खंभे से करंट फैला था।

27 जून को बारिश के बाद दो दिन में 13 की मौत

दिल्ली में मानसून की पहली बारिश 27 जून को हुई थी। बारिश के बाद जगह-जगह पानी भर गया, जिसमें डूबने से 13 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें बच्चे भी शामिल थे।

समयपुर बादली में बरसाती पानी से दो बच्चों के शव निकाले गए। ओखला अंडरपास में भरे पानी में भी डूबने से एक शख्स की जान चली गई। वसंत विहार इलाके एक निर्माण स्थल पर गिरी दीवार के मलबे से तीन मजदूरों के शव निकाले गए है।

एयरपोर्ट पर कैब ड्राइवर की मौत

इस दौरान ही दिल्ली एयरपोर्ट पर बारिश के बाद छत का एक हिस्सा कारों पर गिर गया। इसमें एक कैब ड्राइवर की दबकर मौत हो गई थी।

शालीमार बाग में एक युवक की मौत

दिल्ली के शालीमार बाग इलाके में एक अंडरपास में जमा बारिश के पानी में डूबने से 20 साल के एक युवक की मौत हो गई।

करंट लगने से दो लोगों की मौत

इसके अलावा किराड़ी इलाके में लोहे के खंभे में से करंट की चपेट में आकर युवक की मौत हो गई। रोहिणी के प्रेम नगर इलाके में एक 39 साल के व्यक्ति की बिजली के तारों के संपर्क में आने से करंट लगने से मौत हो गई।