दिल्ली एनसीआर में 25 दिसंबर को क्रिसमस का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। गुरुग्राम से लेकर नोएडा तक और फरीदाबाद से लेकर गाजियाबाद तक, जगह-जगह क्रिसमस पार्टियों का आयोजन होगा। इन सबके बीच दिल्ली का एक कब्रिस्तान भी अपनी भूतिया पार्टी के लिए चर्चा में आ गया है। बताया जाता है कि हर साल क्रिसमस जैसे खास मौकों पर यहां भूतिया पार्टी का आयोजन होता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि भूतिया पार्टी में शामिल होना रोमांच भरा होगा, लिहाजा इस पार्टी का हिस्सा बनने के लिए रजिस्ट्रेशन करा लेना चाहिए। एक मिनट रूकिये... फैसला लेने से पहले पूरी खबर पढ़ लीजिए। यकीन है कि हकीकत जानकर आप पार्टी करना तो दूर, इस कब्रिस्तान के पास से गुजरने का भी साहस नहीं कर पाएंगे। जानिये इस कब्रिस्तान में भूतिया पार्टी के पीछे की कहानी...
ये कब्रिस्तान दिल्ली की डरावनी जगहों में शामिल
दिल्ली का निकोलसन कब्रिस्तान कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के पास स्थित है। इसे लोथियन कब्रिस्तान के नाम से भी जाना जाता है। यह दिल्ली की डरावनी जगहों में शामिल है। इस कब्रिस्तान की स्थापना 1857 में हुई थी। इसका नाम अंग्रेज अधिकारी बिग्रेडियर जनरल जॉन निकोलसन के नाम पर रखा गया था। बताया जाता है कि जॉन निकोलसन एक बहादुर अधिकारी था, जिसने 1857 की क्रांति के दौरान दिल्ली की सीमा को सुरक्षित करने का जिम्मा उठाया था। 1857 के इस पहले स्वतंत्रता संग्राम में जॉन निकोलसन को जान गंवानी पड़ी थी। यही नहीं, कई अंग्रेज परिवार भी मारे गए थे।
ऐसे में पहली बार दिल्ली में कब्रिस्तान बनाने की मांग उठी थी। ब्रिटिश शासकों ने जॉन निकोलसन को श्रद्धांजलि देते हुए उनके नाम पर कब्रिस्तान बनाकर इस मांग को पूरा कर दिया था। लेकिन, इसके बाद की कहानी ने अंग्रेजों को भी हिलाकर रख दिया था।
आज भी घूम रहा जॉन निकोलसन का भूत
इंडियन पैरानॉर्मल सोसायटी ने इस कब्रिस्तान भूतिया जगह में शामिल कर रखा है। कई रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि जॉन निकोलसन को एक भारतीय महिला से प्यार हो गया था। जब वो उससे शादी नहीं कर सका, तो उसने खुद के सिर में गोली मार ली थी। तब से वो प्रेत की तरह घूम रहा है। इस कब्रिस्तान में जॉन निकोलसन का सिर विहीन दृश्य देखने के दावे किए गए हैं। रात के समय यहां अजीबोगरीब आवाजें सुनने का भी दावा किया गया है। हालांकि कई ऐसे ब्लॉगर भी हैं, जिन्होंने इस कब्रिस्तान में रात गुजारने का दावा कर भूतिया पार्टी का राज भी उजागर किया था।
भूतों की नहीं शराबियों की पार्टी
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कब्रिस्तान में भूतों की बात जानबूझकर फैलाई गई है। एक रिपोर्टर के हवाले से बताया गया है कि पूरी रात गुजारने के बाद भी इस कब्रिस्तान में कहीं भी भूत नहीं मिला। रिपोर्ट में बताया गया कि कुछ ब्लॉगर प्रसिद्धि पाने के लिए तरह-तरह की बातें फैलाते हैं, वहीं कुछ शराबी भी महफिल जमाने के लिए इस कब्रिस्तान का सहारा ले लेते हैं। इस वजह से हंसने, अजीब आवाजें सुनना लाजमी हैं। इस रिपोर्टर की मानें तो उसने लगातार दो रात इस कब्रिस्तान में गुजारी और जो कुछ भी देखने को मिला, उसे देखकर निकोलसन का भूत परेशान होकर भाग जाता। अब आप समझ गए होंगे कि चाहे प्रेत हो या शराबी, आपको रात के समय इस कब्रिस्तान से दूरी रखना समझदारी है।
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