Delhi Road Accident: देश में हर साल लाखों सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिसके कारण सैकड़ों-हजारों लोगों की मौत भी होती है। लोकसभा में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को हैरान कर देने वाला खुलासा करते हुए बताया कि पूरे देश में सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों के मामले में दिल्ली एक बार फिर हमेशा की तरह पहले स्थान पर है।
इस साल 2024 में सिर्फ दिल्ली के अंदर सड़क दुर्घटनाओं में 1,457 लोगों की जानें गई हैं। इसके बाद दूसरे स्थान पर बेंगलुरु है, जहां 900 लोगों की जानें गई है। जयपुर में 849 और कानपुर में 638 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना के कारण हुई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर हुई दुर्घटनाओं में 36.5 प्रतिशत लोगों की जाने गई है।
सड़क दुर्घटनाओं ज्यादातर ये लोग शामिल
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली की सड़कों पर हर दिन करीब चार लोग अपनी जान गंवा देते हैं। दिल्ली की सड़कों पर होने वाली हर चौथी सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। दिल्ली पुलिस द्वारा अक्टूबर में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार इन सड़क दुर्घटनाओं में 83 प्रतिशत पैदल यात्रियों के साथ साइकिल चालक और दोपहिया वाहन चालक शामिल हैं।
44 फीसदी सड़कों पर पैदल यात्री के लिए रास्ता नहीं
सड़क सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आईआईटी दिल्ली के द्वारा किए गए सर्वे में पाया गया था कि राजधानी में लगभग 44 फीसदी सड़कों पर पैदल चलने के लिए कोई रास्ता नहीं है। बता दें कि सुरक्षा सर्वे में यह भी पाया गया कि दिल्ली के शहरी इलाकों में 12 फीसदी से अधिक दोपहिया वाहनों के चालक और साथ में उसके पीछे बैठने वाले लोग हेलमेट का इस्तेमाल नहीं करते हैं, जिसके कारण दिल्ली के ग्रामीण में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।
ये भी पढ़ें: Delhi Accident: दिल्ली में तेज रफ्तार ट्रक ने बस में मारी टक्कर, तीन की दर्दनाक मौत
'अंतर्राष्ट्रीय प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुंह छुपाने की कोशिश करता हूं'
देश में सड़क दुर्घटना के हैरान कर देने वाले आंकड़े बताते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी तो दूर की बात है, बल्कि मुझे यह कहने में कोई झिझक नहीं है कि सड़क दुर्घटना के मामले में भारत का दुनिया में सबसे गंदा रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि जब वह सड़क दुर्घटनाओं पर चर्चा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेते हैं, तो उन्हें अपना मुंह छिपाना पड़ता है। साथ ही उन्होंने कहा कि देश में हर साल 1.78 लाख लोगों की जान सड़क दुर्घटनाओं में चली जाती है, जिनमें से जान गंवाने वाले 60 प्रतिशत लोगों की आयु 18 से 34 साल के बीच में होती है।
राज्यों में नंबर 1 उत्तर प्रदेश
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के राज्यों में होने वाली मौतों के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है, जहां पर 23 हजार से ज्यादा लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है। इसके बाद तमिलनाडु में 18 हजार और महाराष्ट्र में 15 हजार लोग अपनी जान गवां चुके हैं। मौत का यह आंकड़ा मध्य प्रदेश में 13 हजार और कर्नाटक में 12 हजार से अधिक है।
ये भी पढ़ें: 'दिल्ली बस मार्शल की नीति फर्जी...', एलजी ने CM आतिशी से दोबारा मांगा प्रस्ताव