Delhi Liquor Scam Case: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी अब तक 8 समन जारी कर चुकी है। लेकिन केजरीवाल ईडी के समन को नजर अंदाज करते हुए अभी तक पेश नहीं हुए। इसके बाद सीएम केजरीवाल के खिलाफ जांच एजेंसी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। इस मामले पर आज राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। सुनवाई के दौरान केजरीवाल की ओर से पेश वकील ने दलील देते हुए कोर्ट से कार्रवाई पर रोक लगाने का अनुरोध किया।
'सीएम जनता के सेवक'
केजरीवाल की ओर से पेश वकील रमेश गुप्ता ने अजीबोगरीब दलील देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जनता के सेवक होते हैं। अरविंद केजरीवाल जनता के सेवक हैं। सीएम को उनकी व्यक्तिगत क्षमता में बुलाया गया था। उन्हें समन एक मामले में भेजा गया था, जो आबकारी नीति के तहत दर्ज किया गया था। केजरीवाल के वकील ने आगे कहा, कल ईडी ने कहा था कि जब दो दिन बचे हैं तो क्यों कोर्ट आए। समन केजरीवाल के आधिकारिक ईमेल आईडी पर भेजा गया था।
केजरीवाल के वकील ने अजीबोगरीब दलीलें दी
रमेश गुप्ता ने कहा कि सीएम केजरीवाल ने आज तक कभी सूट नहीं पहना। उन्होंने कभी जूता नहीं पहना और सूट नहीं पहना सिर्फ चप्पल पहनते हैं। वकील ने कहा कि ईडी के समन मुवक्किल ने अपने गैर हाजिरी के वैध कारण बताए हैं। इसलिए वह कार्रवाई पर रोक लगाने का अनुरोध कर रहे हैं। केजरीवाल के वकील ने कोर्ट के समक्ष कहा कि उन्होंने मुझे चेतावनी दी थी कि अगर वह समन भेजने के बाद भी हाजिर नहीं हुए तो उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा।
ये भी पढ़ें:- ईडी की पूछताछ से बचने की कवायद: सीएम केजरीवाल ने कोर्ट में पेश होने का किया था वादा, अब पहुंच सेशन कोर्ट
रमेश गुप्ता ने ईडी के समन पर आगे कहा कि हमारे पास दो समन आदेशों के खिलाफ दो संशोधन है। एक तर्क पहले ही कल दिया गया था। आज हमने कुछ और दलीलें दी। दूसरे सीएम केजरीवाल को समन भेजा गया था, उन्होंने इसका कारण बताया है। इतने दिनों तक सीएम केजरीवाल अपने जिम्मेदारियों कारण अनुपस्थित रहे। लेकिन जब जांच एजेंसी और अदालत ने उस पर विचार नहीं किया और न ही विचार किया।