चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल से पहले बुकी में खौफ: पुलिस ने 3 बुकी को दबोचा, सेमीफाइनल में लगाया था सट्टा

Delhi Crime Branch: अभी चैंपियंस ट्रॉफी खेला जा रहा है। ऐसे में सटोरियों का बाजार भी खूब चल रहा है। पुलिस ने आज दिल्ली के कर्मपुरा से 3 बुकियों को दबोच लिया है।;

Update: 2025-03-08 16:19 GMT
Delhi Crime Branch
दिल्ली से 3 बुकी गिरफ्तार।
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Delhi Crime Branch: क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में तीन बुकी अरेस्ट किये गये हैं। 5 मार्च को लाहौर में खेले गए साउथ अफ्रीका न्यूजीलैंड चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल मैच पर कर्मपुरा में सट्टा लगाया जा रहा था। इनके पास से सट्टेबाजी में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों का भी बड़ा जखीरा जब्त किया गया है।

तीनों बुकियों की हुई पहचान

डीसीपी आदित्य गौतम के अनुसार टीम को कर्मपुरा इलाके में चल रहे एक सुनियोजित अवैध सट्टा रैकेट का पता चला था। कार्रवाई में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार हुए 3 बुकियों में पहला 42 साल का मनीष साहनी है, जो कि मुखर्जी नगर के इंदिरा विहार का रहने वाला है। इसके अलावा दूसरे बुकी का नाम योगेश कुकरेजा है, जो कि 31 साल का है, वह भी मुखर्जी नगर के इंदिरा विहार का रहने वाला है। इसके अलावा तीसरे स्थान पर 24 वर्षीय सूरज है, जो हकीकत नगर का रहने वाला है।

बुकियों के पास से ये सामान बरामद

पुलिस ने इन बुकियों के कब्जे से विभिन्न खातों में जमा 22,62,136 रुपये, एक सहायक साउंड बॉक्स, एक लैपटॉप, नौ मोबाइल फोन, एक एलईडी टीवी तथा कई नोटपैड और सट्टेबाजी की पर्चियां जब्त की गई हैं। 5 मार्च को लाहौर, पाकिस्तान के गद्दाफी स्टेडियम में खेले गए दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल मैच पर सट्टा लगाया जा रहा था। पूछताछ करने पर पता चला कि मनीष साहनी मुख्य आयोजक था, जो सिंडिकेट के पहले स्तर पर काम करता था।

अन्य सहयोगियों की तलाश जारी

उसने सट्टेबाजी में भाग लेने वालों की वॉयस बातचीत रिकॉर्ड की और बैंक खातों या नकद लेनदेन के माध्यम से लेनदेन का प्रबंधन किया। उसने आगे खुलासा किया कि वह बिचौलियों को शामिल नहीं करता था और सट्टेबाजी के संचालन को पूरी तरह से अपने स्तर पर नियंत्रित करता था। क्राइम ब्रांच रैकेट में अन्य सहयोगियों की संलिप्तता की सक्रियता से जांच कर रही है। इस संगठित अपराध नेटवर्क में किसी भी अतिरिक्त लिंक का पता लगाने के लिए वित्तीय ट्रेल की भी जांच की जा रही है।

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