Delhi Murder Case: दिल्ली के जंगपुरा एक्सटेंशन इलाके में बीते दिनों 63 साल के बुजुर्ग डॉक्टर योगेश चंद्र पॉल की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से हत्या का मामला सुलझाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि, अब मामले को सुलझा लिया और 62 साल की मास्टरमाइंड नौकरानी बसंती समेत तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों की पहचान उत्तराखंड निवासी हिमांशु जोशी और आकाश जोशी के तौर पर हुई है। दोनों सगे भाई हैं। उनके पास से 55 हजार कैश और लूट के कुछ गहने बरामद हुए हैं। बाकी आरोपी नेपाल के रहने वाले थे वाले नेपाल भाग चुके हैं। पुलिस की टीम उनकी तलाश में जुट गई है।
10 मई को वारदात को दिया अंजाम
दिल्ली अधिकारियों के मुताबिक 10 मई की शाम करीब 7 बजे डॉ योगेश चंद पॉल की पत्नी घर आईं तो उन्होंने देखा कि योगेश चंद की हत्या कर दी गई है। इसके बाद उन्होंने फौरन पुलिस को इसकी सूचना दी। परिजनों से पूछताछ करने पर पता चला कि घर में लूटपाट की वारदात भी हुई है। डॉक्टर के साथ मारपीट भी की गई थी, उनका हाथ पैर बंधा हुआ था। पुलिस ने सीसीटीवी चेक किया तो पता चला कि पांच लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
सीसीटीवी के माध्यम से खुला राज
सीसीटीवी के माध्यम से पता चला कि 10 मई की दोपहर डेढ़ बजे के करीब डॉ योगेश अपने क्लीनिक से पैदल घर आए थे। उनके पीछे पीछे भी लोग आते दिखाई दे रहे हैं। बाद में डेढ़ घंटे बाद यानी दोपहर 3 बजे के करीब घर से तीन लोग निकलते हुए दिखाई दिए। इसके अलावा उन लोगों के साथ दो अन्य लोग भी थे जो बाहर खड़े थे। सीसीटीवी में एक महिला भी उनके साथ जाती हुई दिखाई दे रही है।
फुटेज में कुल पांच संदिग्ध दिखाई पड़े। अन्य सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो पता चला कि कुछ लोग बैग और बड़ा पॉलीथीन लेकर सराय काले खां जा रहे हैं। जांच करने पर पता चला कि हत्या में डॉ योगेश की नौकरानी 62 वर्षीय बसंती भी शामिल है जो पिछले 24 साल से उनके घर पर काम कर रही थी। बसंती को गिरफ्तार किया गया। तब पता चला कि बसंती ने लूट और हत्या की सारी योजना बनाई थी।
नौकरानी ने सगे भाई के साथ मिलकर की वारदात
पुलिस पूछताछ में बसंती ने बताया कि उसने हरिद्वार में रहने वाले विश्वरूप साई को सारी बातें बताई थी। वह जहरखुरानी गिरोह चलाता है। उसने नेपाल से तीन लोगों को बुलाया। फिर 5 मई को विश्वरूप, हिमांशु और आकाश दिल्ली आए और इलाके की रेकी किए। इसके बाद 7 मई को सभी आरोपी सराय काले खां के एक होटल में ठहरते हैं। वहां भी रेकी करते हैं।
फिर 10 मई को लूट और हत्या की वारदात को अंजाम देकर विश्वरूप और आकाश बाइक से हरिद्वार चले गए। वहीं भीम और उसकी दूसरी पत्नी नेपाल चले गए। दो अन्य भी नेपाल चले गए। हालांकि, अभी उनकी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने बसंती, दोनों भाई आकाश और हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।