दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई: नेराज बावनिया गैंग के दो कुख्यात अपराधी गिरफ्तार, हत्या की साजिश नाकाम

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नीरज बावनिया गैंग के दो खतरनाक अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों के पास से तीन अवैध पिस्तौल और चार कारतूस बरामद किए गए हैं।  ;

Update:2024-12-05 17:40 IST
प्रतीकात्मक तस्वीर।Delhi Crime News milk supplier killed over 15,000 Rs accused arrested after 2 years From Agra
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Delhi Crime News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हाल के कुछ समय में संगठित अपराध और गैंगवार की घटनाओं में तेजी आई है। स्थानीय गिरोहों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से संचालित गैंग भी राजधानी में अपनी सक्रियता बढ़ा रहे हैं। नेराज बावनिया, टिल्लू ताजपुरिया, गोगी और बंबीहा जैसे गैंग लगातार अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
 
ऐसे में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (NR-1) ने नेराज बावनिया गैंग से जुड़े दो खतरनाक अपराधियों को गिरफ्तार कर हत्या की एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया। गिरफ्तार अपराधियों में राकेश उर्फ जट्टी 48 साल और अखिल उर्फ माया 28 साल शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी चाणक्य पैलेस, उत्तम नगर इलाके में एक सुनियोजित ऑपरेशन के तहत की गई।  

बरामदगी: तीन अवैध पिस्तौल और चार जिंदा कारतूस

पुलिस ने इन अपराधियों के पास से तीन देशी पिस्तौल, जिसमें एक अत्याधुनिक और चार जिंदा कारतूस बरामद किए। ये हथियार एक हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए उपयोग किए जाने वाले थे।

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अपराधियों का क्राइम रिकॉर्ड

राकेश उर्फ जट्टी हत्या, लूट, रंगदारी, और अवैध हथियार रखने जैसे आठ गंभीर मामलों में शामिल है। इसके अलावा अपने मामा की हत्या का बदला लेने के लिए अपराध की दुनिया में कदम रखा। दूसरी तरफ राज पार्क में दर्ज हत्या के मामले में पैरोल पर बाहर था लेकिन लौटकर हिरासत में नहीं आया। जट्टी पहले फर्नीचर का व्यवसाय करता था, लेकिन व्यक्तिगत बदले और आर्थिक लाभ के लिए अपराधी बन गया।

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अखिल उर्फ माया नेराज बावनिया गैंग का सक्रिय सदस्य है। 12 गंभीर मामलों में शामिल, जिनमें हत्या, डकैती, और पुलिस पर हमला शामिल है। तिहाड़ जेल में रहते हुए नेराज बावनिया और उसके सहयोगियों के संपर्क में आया। सोशल मीडिया पर गैंग से जुड़े वीडियो पोस्ट करके अपने संबंधों को बढ़ावा देता था।  

हत्या की साजिश: समय रहते विफल

पूछताछ में पता चला कि अखिल हाल ही में एक व्यापारी से बंदूक की नोक पर लूटपाट कर उसकी स्कूटी छीन चुका था। दोनों अपराधी इन हथियारों का इस्तेमाल दूसरे गैंग को खत्म करने के लिए करने वाले थे। पुलिस की तत्परता ने इस साजिश को नाकाम कर दिया और इलाके में अवैध हथियारों की सप्लाई चैन को भी बाधित किया। मौके पर डीसीपी क्राइम ब्रांच, सतीश कुमार, ने कहा कि इस ऑपरेशन से अपराधियों को कड़ा संदेश गया है कि दिल्ली पुलिस संगठित अपराध पर लगाम लगाने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है।  

गिरफ्तारी के साथ ये मामले हल हुए। जिसमें एफआईआर संख्या 251/24, धारा 25/27 आर्म्स एक्ट, पीएस क्राइम ब्रांच। एफआईआर संख्या 745/24, धारा 309(4)/309(6)/3(5) बीएनएस, पीएस राज पार्क। दिल्ली पुलिस का यह कदम राजधानी में अपराध पर अंकुश लगाने और अवैध हथियारों के प्रसार को रोकने की दिशा में एक अहम प्रयास कर रही हैं।  

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