Sonu Matka: दिल्ली पुलिस और यूपी एसटीएफ की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन के बाद 50 हजार के इनामी बदमाश सोनू मटका को मार गिराया है। खबरों की मानें, तो वह पिछले 10 साल से अपराध की दुनिया में एक्टिव था और उसके खिलाफ लूट और हत्या के कई बड़े मामले दर्ज है। लेकिन, दिल्ली के फर्श बाजार का डबल मर्डर केस उसकी मौत का कारण बन गया।
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दिल्ली पुलिस के मुताबिक,सोनू मटका मूल रुप से उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का रहने वाला था। उसका गांव शेरपुर लुहार है, जो छपरौली थाना क्षेत्र में आता है। इसी गांव में उसका जन्म हुआ था और वह केवल आठवीं पास था। उसका असली नाम अनिल था और शुरुआत में मोटर मैकेनिक का काम करता था। लेकिन, मेहनत की कमाई में उसका मन नहीं लगा और उसने कम समय में ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में अपराध की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद उसने कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया।
2024 में सोनू मटका के खिलाफ दर्ज हुआ था पहला मुकदमा
खबरों की मानें, तो आरोपी सोनू मटका के खिलाफ पहला मुकदमा साल 2014 में गाजियाबाद के लोनी थाने दर्ज हुआ था। उसकी पहली गिरफ्तारी रमेश ज्वेलर की लूट और हत्या के मामले में हुई थी। इसके बाद सोनू मटका के खिलाफ दिल्ली के लक्ष्मी नगर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। दो हत्या के मुकदमे दर्ज होने के बाद सोनू मटका के हौसले इतने बुलंद हो गए कि वह लगातार वारदात करने लगा और उसके खिलाफ 2015 तक ज्योतिनगर, जाफराबाद और न्यू उस्मानपुर थाने में कई थानों में मुकदमे दर्ज किए गए। हालांकि, पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया था। जिसके बाद कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया था।
पत्नी के इलाज के लिए सोनू मटका को मिली थी पेरोल
बताया जा रहा है कि साल 2020 में आरोपी सोनू मटका को पत्नी के इलाज के नाम पर कोर्ट से पेरोल मिली थी। जिसके बाद आरोपी ने सरेंडर नहीं किया और फरार हो गया। वह दिल्ली में करोलबाग के नेक्ससेल कार्यालय में हुई 1.5 करोड़ रुपये की लूट के मामले में भी आरोपी थी। पुलिस ने इस मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया था। लेकिन, सोनू फरार चल रहा था। पुलिस कई सालों से आरोपी की तलाश कर रही थी।
दिल्ली में कहां रहता था आरोपी सोनू मटका
पुलिस का कहना है कि आरोपी सोनू मटका दिल्ली के करावल नगर, गोविंदपुरी की हरिजन बस्ती में रहता था और यहां बैठकर की हत्या और लूट की साजिश रचा करता था। दिवाली पर फर्श बाजार में उसने ही चाचा-भतीजे की गोली मारकर हत्या की थी।
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