Delhi Traffic Advisory For Manmohan Singh Funeral: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज (28 दिसंबर) सुबह 11:45 बजे नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनके अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय में रखा जाएगा। डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को रात 9:51 बजे एम्स में निधन हो गया था।
ट्रैफिक एडवाइजरी जारी, मार्ग बदलने की सलाह
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अंतिम संस्कार के मद्देनजर ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने राजा राम कोहली मार्ग, राजघाट रेड लाइट, सिग्नेचर ब्रिज, और युधिष्ठिर सेतु जैसे मार्गों पर डायवर्जन की सूचना दी है। सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक रिंग रोड (महात्मा गांधी मार्ग), निषाद राज मार्ग, बुलेवार्ड रोड, एसपीएम मार्ग, लोथियन रोड और नेताजी सुभाष मार्ग पर ट्रैफिक प्रभावित रहेगा। इसके साथ ही लोगों से इन मार्गों पर न जाने की अपील की गई है। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी, लाल किला, चांदनी चौक और तीस हजारी कोर्ट जाने वाले यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा में देरी से बचने के लिए पहले निकलें।
ये भी पढ़ें: मनमोहन सिंह को अंतिम विदाई Live: कांग्रेस मुख्यालय पहुंचा पूर्व पीएम का पार्थिव, बेटियों ने दी श्रद्धांजलि
पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन का इस्तेमाल और गाइडलाइंस का पालन करें
सड़क पर मौजूद भीड़भाड़ से बचने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। वाहनों को केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों पर पार्क करें और सड़क किनारे वाहन पार्क करने से बचें। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति नजर आए तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
ये भी पढ़ें: RIP Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर वर्ल्ड मीडिया ने क्या लिखा? यहां जानिए
देश के लिए डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह 1991 से 1996 तक देश के वित्त मंत्री रहे, जहां उन्होंने उदारीकरण की नीति
(Liberalisation Economic policy) अपनाकर भारत को आर्थिक संकट से उबारा था। वहीं, 2004 से 2014 तक वे भारत के 13वें प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल को आर्थिक स्थिरता और विकास के लिए याद किया जाता है। उनकी नीतियां भारत की अर्थव्यवस्था को आधुनिक बनाने में सहायक रहीं। 92 वर्ष की आयु में, डॉ. सिंह का निधन उम्र संबंधी बीमारियों के कारण हुआ। उनके जाने से देश ने एक महान अर्थशास्त्री और दूरदर्शी नेता को खो दिया।