Delhi News: दिल्ली के शिक्षा, गृह समेत कई विभागों के मंत्री आशीष सूद ने शनिवार (22 मार्च) को शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बजट और शिक्षा सुधारों को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 के तहत आधुनिक तकनीकों, स्मार्ट क्लासरूम और कौशल विकास कार्यक्रमों को तेज करने और बढ़ाने पर जोर दिया। इस बैठक के बाद मंत्री ने कहा कि 'भाजपा सरकार प्राथमिकता के साथ दिल्ली की शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है। शिक्षा के दम पर दिल्ली के बच्चे वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हो सकें। हमारी सरकार दिल्ली को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, प्रभावी नीतियों और नई टेक्नोलॉजी की मदद से शैक्षिक हब के रूप में विकसित करने के लिए काम कर रही है।'
'स्कूलों की हालत खराब है'
उन्होंने कहा कि 'दिल्ली के अधिकतर स्कूलों का बुनियादी ढांचा बहुत खराब स्थिति में है। स्कूलों की कंप्यूटर लैब की हालत खराब है। ऐसी स्थिति में छात्र भविष्य के लिए कैसे तैयार होंगे? महावीर एन्क्लेव के अन्ना स्कूल की हालत तो इतनी जर्जर है कि माताएं अपने बच्चों को स्कूल भेजने के बाद भगवान से प्रार्थना करती हैं कि उनके बच्चे सकुशल वापस लौट आएं। दिल्ली की पूर्व सरकार का यही शिक्षा मॉडल था।'
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100 दिनों में क्या है सरकार की प्राथमिकता?
मंत्री आशीष सूद बिजली और पानी की समस्या को लेकर कहा कि 'मात्र 100 दिनों में बिजली के बुनियादी ढांचे, पानी के प्रदूषण, पानी के बिल से जुड़े सभी मुद्दों का समाधान नहीं किया जा सकता। ऐसे में दिल्ली सरकार पहले 100 दिनों में गर्मियों के दौरान निर्बाध बिजली और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिकता से काम कर रही है।
100 दिनों में बदलेगी दिल्ली की तस्वीर
बता दें कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही दिल्ली के मंत्री एक्शन मोड़ में हैं। वे एक के बाद एक फैसले लेकर दिल्ली की जनता को चैंका रहे हैं। दिल्ली सरकार की तरफ से हर क्षेत्र में कुछ सुधार करने के लिए 100 दिन की समय सीमा निर्धारित की गई है। मंत्रियों का है कहना है कि वे 100 दिनों में दिल्ली की तस्वीर बदल देंगे।
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