Delhi Rains: राजधानी दिल्ली पहली मानसूनी बारिश में ही पानी-पानी हो गई। मौसम विभाग की मानें तो शुक्रवार सुबह तक दिल्ली में मानसून सीजन की रिकॉर्ड बारिश हुई। 88 साल बाद 24 घंटे में 228 मिलीमीटर पानी बरसा है, जो कि कुल मानसून सीजन का 25 फीसदी है। भारी से अति भारी बारिश के चलते लुटियंस जोन, लोधी एस्टेट, दिल्ली एयरपोर्ट, वसंतकुंज समेत कई इलाकों में सड़कें करीब 3 से 5 फीट तक पानी में डूब गईं। हालात ऐसे हैं कि नेताओं और कारोबारियों से लेकर आम आदमी तक मजबूरी में घरों में कैद होकर रह गए।
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी की मानें तो राष्ट्रीय राजधानी में मानसूनी बारिश का 25% पानी पिछले 24 घंटे में ही बरस गया। उनके सरकारी आवास के घर के बाहर भी पानी भर गया। दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी अलग-अलग जगहों पर पंपों के जरिए जलभराव खत्म करने में जुटे हैं। हालात से निपटने के लिए AAP ने आपात बैठक बुलाई।
शशि थरूर ने जलभराव का वीडियो शेयर किया
इसबीच, तिरुअनंतपुरम के कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक वीडियो अपने X अकाउंट पर पोस्ट किया है। इसके साथ थरूर ने कैप्शन में लिखा- यह लुटियंस दिल्ली में मेरे घर के ठीक बाहर का कोना है। सुबह उठकर देखा तो मेरा पूरा घर एक फुट पानी में डूबा हुआ था- सभी कमरे, कालीन और फर्नीचर, जमीन पर मौजूद सभी चीजें खराब हो गईं।
थरूर ने कहा- संसद पहुंचने के लिए नाव चाहिए
जाहिर तौर पर आस-पड़ोस में बरसाती पानी की नालियां जाम हो गई हैं, इसलिए पानी को निकलने की कोई जगह नहीं है। लोगों को करंट लगने के डर से उन्होंने सुबह 6 बजे से ही बिजली बंद कर दी। अपने संसद सहयोगियों को चेतावनी दी कि मैं नाव के बिना वहां नहीं पहुंच सकता हूं। लेकिन शहर सड़कों से पानी निकालने में कामयाब रहा और मैं समय पर पहुंच गया!
रामगोपाल यादव को कर्मचारियों ने कंधे पर उठाया
उधर, समाजवादी पार्टी के सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव समेत कई सांसदों, नेताओं को जलभराव के चलते मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। एक तस्वीर में रामगोपाल यादव के बंगले के कुछ कर्मचारी उन्हें उठाकर कार तक पहुंचाते नजर आए। रामगोपाल का सरकारी आवास दिल्ली के लोधी एस्टेट इलाके में है। यहां भी सड़कों से लेकर घरों तक में कई फीट पानी जमा हो गया।
15 सालों में जून महीने में इतनी बारिश नहीं हुई
मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, दिल्ली में शुक्रवार सुबह 8:30 बजे तक सफदरजंग मौसम केंद्र पर 24 घंटों में 228.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई, जो सामान्य से 266% अधिक है। आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि राजधानी में जून के पूरे महीने में कम से कम पिछले 15 सालों में इतनी बारिश नहीं हुई। शुक्रवार को महज तीन घंटे में दिल्ली एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों में 148.5 मिमी पानी बरसा, जबकि पिछले साल पूरे जून में 101.7 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।