Delhi Shelter Home Death: दिल्ली सरकार के एक शेल्टर होम में पिछले 20 दिनों में 14 बच्चों की मौत हो गई है। बच्चों की मौत को लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। वहीं इस मामले में एक फैक्ट फाइंडिंग टीम का भी गठन किया गया है।  

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहिणी इलाके में दिल्ली सरकार का आशा किरण नाम से एक शेल्टर होम है। एक सब डिविजनल मजिस्ट्रेट की जांच में खुलासा हुआ है कि पिछले 20 दिनों में 14 बच्चों की मौत हो गई है। रोहिणी के इस शेल्टर होम में जनवरी से अब तक 27 मौतें हो चुकी है। कहा जा रहा है कि शेल्टर होम में हुई मौतों का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। एसडीएम का कहना है कि बच्चों की मौत का असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा। 

हालांकि, दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मौतों की संख्या पर असहमति जताई है। उन्होंने राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) से मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने के आदेश दिए है और 48 घंटे में रिपोर्ट सौंपने को कहा। अपने पत्र में आतिशी ने कहा कि शेल्टर होम में जनवरी 2024 से अब तक 14 मौतें हो चुकी हैं।

महिला आयोग ने घेरी आम आदमी पार्टी
वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने लापरवाही के लिए आप सरकार को आड़े हाथों लिया है। इसके साथ ही एक फैक्ट फाइंडिंग टीम मौके पर जांच के लिए भेजी है। एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि दिल्ली सरकार की से संचालित आशा किरण आश्रय गृह ने सारी आशा खो दी है। लोग इसमें पीड़ित हो रहे हैं और मर रहे हैं और दिल्ली सरकार कुछ नहीं करती है। इस मामले में संज्ञान लेते हुए और इसकी जांच के लिए अपनी टीम भेजी गई है।