Delhi Flood Alert: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हालत मामूली बारिश से खराब हो जाती है। एक घंटे भी तेज बारिश हो जाए, तो दिल्ली के कई इलाकों में पानी भर जाता है। वहीं, अगर बाढ़ आ जाए, तो राजधानी की क्या हालत होती इसका अंदाजा भी हो चुका है। पिछले साल जब बाढ़ आई थी, तो दर्जनों लोगों की मौत हुई थी, जबकि हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर ऊंचाई वाले स्थान पर जाना पड़ा था। अब साल 2024 में भी दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। सेंट्रल वाटर कमीशन के अधिकारियों ने दिल्ली सरकार को बाढ़ की चेतावनी दे दी है।

53 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने की तैयारी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश होने के कारण हथिनी बैराज कुंड में पानी का लेवल बढ़ता जा रहा है। ऐसे में 4 अगस्त को इस कुंड का पानी छोड़ा जा सकता है, जिससे दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। 4 अगस्त को एक बार फिर दिल्ली के कई इलाके डूब सकते हैं। हथिनी बैराज कुंड में एक लाख पानी क्यूसेक तक जमा हो सकता है। जब भी इस कुंड का पानी बढ़ जाता है, इसे दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लिए छोड़ा जाता है। इस बार भी 53 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा सकता है, जिससे दिल्ली लबालब हो सकता है।

यमुना जल स्तर 209 तक के लिए तैयार दिल्ली

दिल्ली सरकार के अधिकारियों की ओर से दावा किया जा रहा है कि इस बार बाढ़ के पानी से दिल्ली नहीं डूबेगी। हथिनी बैराज कुंड का पानी दिल्ली होते हुए यमुना नदी से निकल जाएगी, यह शहर को नहीं डूबाएगी। हर साल की तरह इस बार रिंग रोड पर पानी नहीं दिखेगा, लेकिन इस दावे में कितनी सच्चाई है, यह तो बाढ़ आने के बाद ही पता चलेगा। दिल्ली सरकार के अधिकारियों का कहना है कि यमुना नदी का जल स्तर अगर 209 मीटर भी हो जाता है, तो भी दिल्ली सुरक्षित रहेगी, क्योंकि हमारी तैयारी 209 मीटर जल स्तर तक झेलने की हो चुकी है।

दिल्ली सरकार ने क्या तैयारियां की

पिछली साल जिस बाढ़ से दिल्ली डूबी थी, उस दौरान यमुना का जल स्तर अधिकतम 208.66 हो गया था, ऐसे में देखने वाली बात होगी कि दिल्ली 209 मीटर जल स्तर को कैसे झेलती है। यमुना का मौजूदा जल स्तर 205.33 मीटर है। बताया जा रहा है कि दिल्ली के जिन टॉप 5 रास्ते से यमुना का पानी शहर में आता था, उन स्थानों को चिन्हित कर पानी रोकने के उपाय किए गए हैं।

इसके अलावा आईएसबीटी फ्लाईओवर के पास भी कुछ दीवारों और रैम्प बनाए गए हैं, जो पानी को रिंग रोड तक आने से रोकेगी। आईटीओ के पास 12 नंबर गेट को और मजबूत गया है, जो पिछली साल पानी के फ्लो से टूट गया था और पानी बहने की दिशा बदल गई थी। यमुना नदी से गाद भी निकाला गया है, इसी आधार पर दावा किया जा रहा है कि दिल्ली इस बार बाढ़ को झेल लेगी।

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