Delhi DTC Bus: सफदरजंग अस्पताल के नजदीक बीच सड़क पर एक डीटीसी बस ड्राइवर के साथ न सिर्फ मारपीट की गई बल्कि उसे जबरन कार में अगवा भी किया गया। बाद में कार सवार ड्राइवर को खुद ही सफदरजंग एंक्लेव थाने लेकर पहुंचे और ड्राइवर पर कार को टक्कर मारने का आरोप लगाने लगे। बहरहाल पुलिस ने ड्राइवर की शिकायत पर एक महिला समेत चार लोगों को अरेस्ट कर लिया है। आरोपियों में दो सगे भाई शामिल है।

किडनैपिंग से जुड़ी पीसीआर कॉल मिली

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीसीपी रोहित मीना ने बताया कि सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर डीटीसी बस ड्राइवर से मारपीट और किडनैपिंग से जुड़ी एक पीसीआर कॉल मिली। जांच के दौरान ड्राइवर राम गोपाल ने बताया कि वह मयूर विहार से धौलाकुंआ के रुट पर चलने वाली डीटीसी बस का ड्राइवर है। सुबह लगभग 7 बजे जब उनकी बस गेट नंबर 7 सफदरजंग अस्पताल बस स्टैंड के पास पहुंची, तो एक वैगनआर कार हॉर्न बजाकर बाईं ओर गलत साइड से बस को ओवरटेक करने की कोशिश करने लगी।

आरोपी ड्राइवर को खुद ले गए थाने

तभी वैगनआर कार के ड्राइवर समेत दो लोग कार से बाहर आए। वे जबरदस्ती बस में घुस गए और मारपीट शुरु कर दी। बाद में उसे जबरन बस से नीचे उतार कार में धकेल बैठा दिया। इसके बाद वे कार लेकर आईएनए मार्केट पेट्रोल पंप के पास पहुंचे, वहां उन्होंने कार में ईंधन भरवाया। इसके बाद वे कार लेकर इंडिया गेट की ओर निकल गए। रास्ते में पीछे की सीट पर उसके साथ दो लोग मारपीट करते रहे। वह बार बार अनुरोध करता रहा कि वह किसी भी नुकसान की भरपाई के लिए तैयार है, इसके बाद भी उसकी बात को कोई सुनने को राजी नहीं था। आखिर में वही लोग उसे सफदरजंग एंक्लेव थाने ले आए।

वीडियो बनाकर किया वायरल

पुलिस ने इस मामले को लेकर पीड़ित ड्राइवर की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर चार लोगों को अरेस्ट कर लिया। पीड़ित ड्राइवर गोवर्धन रोड, मथुरा का रहने वाला है। आरोपियों की पहचान मोहम्मद सुहैल, मोहम्मद शारिक निवासी सिविल लाइंस, मोहम्मद सुहैल की पत्नी इसरत और अकबर अली के तौर पर हुई। इस पूरे घटनाक्रम के बीच कुछ लोगों ने ड्राइवर से मारपीट और उसे जबरन कार में बिठाने का वीडियो भी बना लिया था, जो बाद में वायरल हो गया। वीडियो में एक आरोपी दावा कर रहा है कि बस चालक ने उनकी कार को टक्कर मारी है। इसलिए उसे अपने साथ लेकर जा रहे हैं।

ये भी पढ़ें:- BharatPe Fraud Case: को-काउंडर अशनीर ग्रोवर का साला अरेस्ट , 81 करोड़ की धोखाधड़ी में यह दूसरी गिरफ्तारी