Delhi News: निर्भया केस को हुए 11 साल से अधिक समय हो चुका है, लेकिन आज भी महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठते रहे हैं। प्राइवेट वाहन, ऑटो, टैक्सी में ही नहीं, बल्कि अब सार्वजनिक वाहनों में भी महिलाओं की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसे ही एक मामला राजधानी दिल्ली के मयूर विहार फेस 3 से सामने आया है। आरोप है कि डीटीसी की इलेक्ट्रिक बस (DTC Electric Bus) ड्राइवर ने एक युवती को बस स्टॉप पर न उतारते हुए देर शाम किसी असुरक्षित अंधेरी जगह पर उतार दिया, जो बिल्कुल सेफ नहीं था। यही नहीं, बस में सवार होमगार्ड भी लड़की की मदद करने की बजाए मनमानी करने लगा।
DTC ड्राइवर और गार्ड की मनमानी
इस संबंध में सपना माथुर नाम की युवती ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया है। सपना ने अपनी पोस्ट में डीटीसी बस ड्राइवर और सुरक्षा में तैनात होमगार्ड पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। सपना ने लिखा, 'डीटीसी की इलेक्ट्रिक बस ड्राइवर और सुरक्षा में तैनात होमगार्ड द्वारा मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया और बस स्टॉप पर न उतार कर असुरक्षित अंधेरी जगह पर उतार दिया'। सपना ने आगे लिखा, 'वह बस रूट नं. 118 से मयूर विहार फेज 3 के लिए जा रही थी। बस में अधिक भीड़ होने के चलते वह और स्कूल के तीन छोटे बच्चे उतर नहीं पाए और इतने समय में ड्राइवर ने गेट बंद कर दिए। जब उन्हें गेट खोलने के लिए कहा तो उन्होंने गेट नहीं खोला और बस चलाने लगे।
युवती को देर शाम असुरक्षित अंधेरी जगह उतारा
इस दौरान उन्हें कई बार बस रोकने और गेट खोलने के लिए कहा, लेकिन ड्राइवर ने एक नहीं मानी, बल्कि बस में सुरक्षा के लिए तैनात होमगार्ड कर्मी गलत तरीके से बात करते हुए ड्राइवर को कहने लगा कि अब यहां नहीं रुकेगी बस सीधा चलते रह। सपना ने लिखा कि जब ड्राइवर को बार-बार बस रोकने के लिए कहा तो उन्होंने पेपर मार्केट के पास जहां बहुत अंधेरा रहता है वहां जबरन उतार दिया, जो बिल्कुल भी सेफ नहीं लग रहा था। इसके बाद जैसे ही वह बस से उतरी तो ड्राइवर और गार्ड हंसते हुए निकल गए।
सपना के मुताबिक, घटना मंगलवार यानी 6 फरवरी करीब 7 से 7.30 बजे की है। इसके साथ ही समना ने अपने एक्स हैंडल पर बस नंबर DL51EV11 और महिला टिकट के एक फोटो भी शेयर की है। अपनी पोस्ट में सपना ने दिल्ली परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और दिल्ली परिवहन विभाग (DTC) को भी टैग किया है। ऐसे में डीटीसी ड्राइवर की इस तरह की मनमानी युवती के लिए बड़ी मुसीबत बन सकती थी।
यूजर्स बोले- ऐसे लोगों पर होनी चाहिए सख्त कार्यवाही
सपना के ट्विटर हैंडल पर कई लोगों ने प्रतिक्रियाएं दी हैं। ज्यादातर यूजर्स का कहना है कि यह मामला बेहद चिंताजनक है, क्योंकि अगर युवती के साथ कोई क्राइम होता तो इसके लिए कौन जिम्मेदार रहता। वहीं, कुछ ने अपने अनुभव भी शेयर किए हैं, जहां यात्रा के दौरान बदतमीजी झेलनी पड़ी है। बता दें कि दिल्ली परिवहन विभाग ने भी सपना की पोस्ट पर रिप्लाई दिया है। लिखा है कि हम मामले की जांच कर रहे हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपराध में हो रही वृद्धि
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा गंभीर मुद्दा बना हुआ है। दिल्ली में आए दिन महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले सामने आते रहते हैं। हाल ही में 2 फरवरी, 2024 को बुराड़ी इलाके में एक दर्जी महिला की चाकू गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। वहीं, एनसीआरबी की रिपोर्ट में भी खुलासा हुआ था कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महिलाओं के खिलाफ अपराध में लगातार वृद्धि हो रही है।
NCRB में हुआ खुलासा
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में साल 2022 के दौरान महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 4,45,256 मामले दर्ज किए गए, जो साल 2021 (4,28,278 मामले) की तुलना में 4 प्रतिशत ज्यादा हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 14,247 मामले सामने आए, जबकि 2021 में ऐसे मामले 14,277 और 2020 में 10,093 थे।