Delhi News: बैंक धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड वरुण वशिष्ठ को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया है। आरोपी बैंक अधिकारी पर पीड़ित को फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश का झांसा देकर करीब 12 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया था। आईसीआईसीआई बैंक के इस शाखा प्रबंधक ने न सिर्फ अपनी पोजीशन का दुरुपयोग किया, बल्कि निवेशित राशि का दुरुपयोग भी किया।
बैंक मैनेजर ने किया फ्रॉड
डीसीपी विक्रम के पोरवाल ने बताया कि आरोपी वरुण वशिष्ठ द्वारका का रहने वाला है। हाल ही में एक पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसकी निवेशित राशि का दुरुपयोग बैंक मैनेजर द्वारा किया गया है। इसके लिए जाली उपकरणों का उपयोग करके उसके डेबिट कार्ड का दुरुपयोग किया गया। उसके खाते से करीब 40 खातों में रकम का अवैध हस्तांतरण हुआ।
पुलिस ने दी ये जानकारी
पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी ने 2006 में मोतीलाल नेहरू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस से बी.कॉम की पढ़ाई पूरी की और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वित्त में विशेषज्ञता के साथ भारतीय विदेश व्यापार संस्थान, कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया से 2012 में एमबीए भी किया। उसने वर्ष 2006 में एक्सिस बैंक में जॉब शुरू की थी। इसके बाद कई बैंकों में सेवाएं दी। जनवरी 2023 से इसने शाखा प्रबंधक, विकासपुरी के रूप में सेवा शुरू की थी। 6 जनवरी, 2024 से वह शाखा में नहीं जा रहे थे और आईसीआईसीआई बैंक ने उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया।
बता दें, पीड़ित ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि बैंक अधिकारी ने उसकी निवेशित राशि का दुरुपयोग किया है। इसके लिए जाली उपकरणों का उपयोग करके उसके डेबिट कार्ड का भी दुरुपयोग किया। ऐसे करते हुए आरोपी ने फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश का झांसा देकर करीब 12 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया था।