Delhi: नए साल के पहले ही दिन सोमवार को दिल्ली वालों ने बिजली की खपत का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। गत करीब चार वर्ष में पहली बार सर्दियों के मौसम में 1 जनवरी, 2024 के दिन बिजली की खपत का आंकड़ा 5134 मेगावाट पर पहुंच गया, जबकि ठीक एक दिन पहले 31 दिसंबर, 2023 को बिजली की अधिकतम खपत महज 4634 मेगावाट रही थी। चंद घंटों बाद ही मांग के ग्राफ में सीधे 500 मेगावाट से अधिक की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है।
नहीं हुई बिजली कटौती
वहीं, दूसरी तरफ निजी बिजली आपूर्ति कंपनियों बीएसईएस और टाटा पावर डीडीएल का दावा है कि इस सर्वाधिक मांग को बिना किसी कटौती के पूरा किया गया है। इस बारे में बीएसईएस के प्रवक्ता सी पी कामत ने बताया कि 1 जनवरी, 2023, 2022, 2021 और 2019 को दर्ज हुई अधिकतम बिजली की मांग से इस बार 1 जनवरी, 2024 की मांग ज्यादा रही है।
टूटा चार साल का रिकॉर्ड
बता दें कि बीएसईएस की इकाई बीआरपीएल एरिया में 2186 मेगावाट और बीवाईपीएल एरिया में 1024 मेगावाट बिजली की अधिकतम मांग दर्ज हुई, जिसे सफलतापूर्वक पूरा किया। उन्होंने बताया कि स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली की बिजली की अधिकतम मांग 1 जनवरी, 2024 की सुबह 10:29 बजे 5134 मेगावाट रही, जबकि अब से पहले यह 1 जनवरी, 2023 को 4614 मेगावाट, 1 जनवरी, 2022 को 4487 मेगावाट, 1 जनवरी, 2021 5021 मेगावाट और 1 जनवरी, 2019 को 4472 मेगावाट अधिकतम बिजली की दर्ज हुई थी।
उन्होंने बताया कि बीएसईएस आज की बिजली जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग सहित अत्याधुनिक मौसम पूर्वानुमान समाधानों के साथ संयुक्त, जटिल एल्गोरिदम का उपयोग कर उन्नत सांख्यिकीय पूर्वानुमान मॉडल के मिश्रण का उपयोग करता है।