Delhi: असम पुलिस और स्पेशल सेल की संयुक्त टीमों ने 65 करोड़ की जालसाजी के मामले में जाने माने वास्तु शास्त्री खुशदीप बंसल और उसके भाई हरीश को अरेस्ट किया है। दोनों को बाराखंभा रोड इलाके में एक नामी स्कूल के पास से पकड़ा गया था। असम पुलिस दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ लेकर गई है।

रणनीतिक सलाहकार रहे हैं खुशदीप बंसल

खुशदीप बंसल कई राज्य सरकार की परियोजनाओं में सलाहकार, प्रमुख व्यवसायियों और उद्योगपतियों के रणनीतिक सलाहकार रहे हैं। इन्होंने 1997 में पुरानी संसद भवन में मौजूद लाइब्रेरी में वास्तु दोष होने का दावा किया था और इसे सरकारें गिर जाने की बड़ी वजह बताया था। इसके बाद उसने संसद की लाइब्रेरी का वास्तु दोष दूर किया था। 

पुलिस के मुताबिक, असम पुलिस ने खुशदीप बंसल के बारे में इनपूट दिया था, जिसमें बताया गया कि उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी है। वह सैनिक फार्म एरिया में रहता है। इसके बाद स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट ने असम पुलिस का सहयोग करते हुए आरोपी के बारे में जानकारी जुटा उन्हें ट्रेस कर पकड़ा।

65 करोड़ रुपये की जालसाजी का आरोप

बता दें कि 65 करोड़ रुपये के ऑटोनॉमस काउंसिल घोटाले का यह मामला साल 2022 का बताया जाता है। इसमें खुशदीप बंसल और उनके भाई समेत कुल पांच लोगों को आरोपी बनाया गया था। मामले में गुवाहटी हाईकोर्ट ने इनके खिलाफ सर्च वारंट भी जारी किया था। दिल्ली के सबरवाल ट्रेडिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक कमल सबरवाल ने खुशदीप बंसल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।