Logo

Rohini Unity Mall: गर्मियों के बढ़ते ही आग लगने की घटनाएं भी बढ़ जाती हैं। कुछ ही दिनों में आग लगने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। लोग ऐसी घटनाओं के कारण पहले से सहमे हुए हैं। ऐसे में वीरवार को रोहिणी वेस्ट मेट्रो स्टेशन के पास स्थित यूनिटी मॉल में आग लगने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिली तो तमाम रेस्क्यू टीमों को अलर्ट कर दिया गया। आनन-फानन में पुलिस की कई गाड़ियों के अलावा एंबुलेंस और दमकल विभाग की गाड़ियां भी पहुंचने लगी। यहां मॉल के पास ही घायल लोगों को लिटाया गया था। उन्हें देखकर तमाम अधिकारी हैरत में आ गए। दरअसल, यह एक मॉक ड्रिल थी, जिसे जानकर अधिकारियों और रेस्क्यू टीमों ने राहत की सांस ली। 

अधूरी फिल्म देखने से दर्शक मायूस 

इस मॉल में Cinepolis का थियेटर भी है, जहां लोग फिल्म का आनंद ले रहे थे। इंटरवेल के बाद अचानक से दर्शकों को सूचित किया गया कि तुरंत ही बाहर निकल जाए। लोगों को बताया कि 15-20 मिनट बाद वापस शो की शुरुआत कर देंगे। इससे पहले कि दर्शक समझ पाते, उन्हें एग्जिट पोल से बाहर निकाल दिया गया। बाहर निकलने के बाद भी दर्शकों को केवल यही पता चला कि यहां कोई मोक ड्रिल होने वाली है। इसके बाद रेस्क्यू टीमों के आने का सिलसिला शुरू हो गया।

लेकिन, मॉक ड्रिल को पूरा करने में करीब 45 मिनट से ज्यादा का समय लगा। चूंकि इसकी वजह से आगे के शो की टाइमिंग गड़बड़ा जाती, इसलिए दर्शकों के पैसे लौटा दिए। वहीं कुछ दर्शक फिल्म देखने अड़े रहे तो उन्हें दोबारा से शो देखने की इजाजत दे दी, लेकिन ऐसे दर्शकों को दोबारा से इंटरवल तक का हिस्सा फिर से देखना पड़ा।   

क्यों कराई जाती है मॉक ड्रिल?

  • आग के लिए मॉक ड्रिल एक संरचित अभ्यास है, जो आग लगने जैसी आपात स्थिति के लिए लोगों को तैयार रहने और बचाव के लिए जागरुक करने के उद्देश्य से कराई जाती है।
  • इस दौरान बताया जाता है कि आग लगने की परिस्थिति में क्या करना चाहिए?
  • आग लगने पर वहां से कैसे निकलें?
  • इस दौरान परिसर में मौजूद अग्निशमन उपकरणों का इस्तेमाल कैसे करना है, इस बारे में भी सिखाया जाता है। 
  • साथ ही आग से संबंधित खतरों और सुरक्षा उपायों के बारे में जादरुकता मिलती है। 

हाल ही में नोएडा के सेक्टर 18 लगी थी आग

बता दें कि मंगलवार को नोएडा सेक्टर 18 में स्थित छह मंजिला व्यावसायिक इमारत कृष्णा अप्रा प्लाजा में आग लग गई थी। इस हादसे से लोगों में दहशत फैल गई, जिसके कारण लोग खिड़कियों के शीशे तोड़कर बाहर कूदने लगे। सूचना पाकर मौके पर दमकल की 15 गाड़ियां पहुंचीं। फंसे हुए लोगों को निकाला गया। इस दौरान लगभग 23 लोग घायल हुए थे। अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि पंद्रह दमकल गाड़ियों और 75 अग्निशमन कर्मियों ने 10 मिनट में आग बुझा दी। 

ये भी पढ़ें: Cylinder Blast Delhi: दिल्ली में सिलेंडर फटने से दो मासूम बच्चों की मौत, मनोहर पार्क में हुआ ब्लास्ट