Delhi News: दिल्ली आर्थिक अपराध शाखा ने मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों के साठ ठगी करने वाली गैंग का भंडाफोड़ किया है। यह गैंग दिल्ली मेट्रो में जॉब का झांसा देकर बेरोजगारों को अपना शिकार बनाया करती थी। यह गैंग प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में अब तक लगभग 300 बेरोजगार युवकों को चूना लगा चुका था। मामले में तीन महिला समेत चार लोग गिरफ्तार हुए हैं। यह गैंग डिजी रिक्रूटर्स के नाम से प्लेसमेंट एजेंसी चलाता था। जहां हर रोज 500 लोगों को कॉल की जाती थी।
आर्थिक अपराध शाखा ने किया गैंग का पर्दाफाश
आर्थिक अपराध शाखा ने प्लेसमेंट एजेंसी के नाम पर लोगों के ठगी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। इस संबंध आर्थिक अपराध शाखा थाने को कई शिकायतें भी मिली थीं। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
नौकरी दिलाने के बहाने करते थे ठगी
डीसीपी अनीश रॉय ने बताया कि 29 पीड़ितों की शिकायत पर आर्थिक अपराध शाखा थाने में जालसाजी सम्बंधी धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। इन्हें दिल्ली मेट्रो, अमेजन आदि में ड्राइवर, गार्ड, फील्ड बॉय आदि की नौकरी के बहाने झांसे में लिया गया था। इनसे साढ़े सात लाख रुपये ठगे गए थे। एसीपी वीरेन्द्र कादियान व इंस्पेक्टर रामकेश की टीम को जांच में करीब तीन लोगों के साथ ठगी का पता चला। पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से आरोपियों की पहचान कर उन्हें पकड़ लिया। इनके नाम शाहदरा निवासी निकिता ठाकुर, योगिता, सदर बाजार निवासी मोहम्मद असद और करोल बाग निवासी हेमलता पता चला है। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने इससे पहले भी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।