दिल्ली सरकार ने 15 अगस्त से पहले दिल्लीवालों को बड़ा तोहफा दिया है। दिल्ली के वसंत विहार में प्रस्तावित मल्टी लेवल इलेक्ट्रिक बस डिपो की परियोजना का शुभारंग हो गया है। दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने 5 एकड़ में बनने वाले इस डिपो के निर्माण कार्य की आधारशिला रखी। परिवहन मंत्री ने कहा कि इस डिपो में चार्जिंग स्टेशन समेत कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा यहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए रेस्तरां और कमर्शियल शॉप भी होंगी।

मीडिया से बातचीत में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि यह भारत का पहला ऐसा बड़ा इलेक्ट्रिक बस डिपो होगा, जहां इलेक्ट्रिक बसों का रखखाव और देखभाल भी बेहतर तरीके से होगा। यह डिपो चार मंजिला होगा। उन्होंने आगे कहा कि यह डिपो अत्याधुनिक और स्मार्ट होने के साथ ही सार्वजनिक परिवहन सेवा के बुनियादी ढांचे को बेहतर करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

हरि नगर में भी बनेगा एक और डिपो

मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयासरत है। सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में इलेक्ट्रिक बसों का इजाफा किया जा रहा है ताकि वायु प्रदूषण को और कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि मल्टी इलेक्ट्रिक बसों का डिपो बनने से इलेक्ट्रिक बसों की देखभाल बेहतर होगी। उन्होंने बताया कि वसंत विहार के अलावा हरि नगर में भी इलेक्ट्रिक बसों का डिपो बनाने की योजना है। वसंत विहार में जहां 400 इलेक्ट्रिक बसें खड़ी हो सकेंगी, वहीं हरि नगर के डिपो में 330 इलेक्ट्रिक बसों के खड़े होने की सुविधा होगी।

इलेक्ट्रिक कार मालिकों को भी मिलेगा फायदा
इलेक्ट्रिक बसों के डिपो पर निजी इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए अलग से सुविधा शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में निजी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में भी इजाफा देखा गया है। दिल्ली में साल 2021 में 1526 निजी इलेक्ट्रिक बसों की बिक्री हुई थी, वहीं 2022 में यह आंकड़ा 3114 तक पुंच गया। 2023 में 5800 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री हुई। इसके अलावा कमर्शियल कारों की बात करें तो 2021 में 426, साल 2022 में 2515 और साल 2023 में 2453 कारों की बिक्री दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि चार्जिंग प्वाइंट बढ़ने से इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में और भी बढ़ोतरी होना निश्चित है, जिसका फायदा पर्यावरण को भी मिलेगा।