Gokulpuri Metro Station News: दिल्ली के गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन का स्लैब गिरने से गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। स्लैब के मलबे में पांच लोग दब गए थे। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी, जबकि चार लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है। इस घटना के बाद डीएमआरसी की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने शुरु हो गए। हालांकि, डीएमआरसी ने इसकी सफाई दी है कि गुणवत्ता के मानक में कोई कमी नहीं की गई है। घटना पर अपडेट लेने के लिए गुरुवार शाम को डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने घटना के संबंध में सभी संबंधित विभागों के प्रमुखों के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक की। इसकी जानकारी डीएमआरसी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर दी है।
DMRC के प्रबंध निदेशक ने अधिकारियों को दिए निर्देश
डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार ने निर्देश दिए हैं कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पिंक लाइन पर सभी एलिवेटेड स्टेशनों पर लगाए गए पैरापिटों का विस्तार से निरीक्षण किया जाना चाहिए। यदि किसी स्टेशन पर किसी सुधारात्मक कार्रवाई की आवश्यकता है, तो उससे संबंधित स्थलों की स्थिति के आधार पर विस्तृत विधि विवरण बनाने के बाद किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि यदि स्टेशनों पर कोई सुधारात्मक कार्रवाई की जानी है, तो कार्य करते समय यात्रियों और आम जनता को कम से कम असुविधा होनी चाहिए। सभी आवश्यक सुरक्षा सावधानियां पर्याप्त रूप से बरती जानी चाहिए।
डीएमआरसी ने मुआवजे का ऐलान किया
बता दें कि हादसे के बाद डीएमआरसी ने मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल को 5 लाख रुपये और मामूली घायलों के लिए एक लाख रुपये काे मुआवजे का ऐलान किया। हालांकि, मेट्रो की विश्वसनीयता पर इसलिए सवाल उठ रहा है क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है। जब किसी चालू मेट्रो स्टेशन की दीवार ढह गई। जिसे पैसेंजर के लिए मात्र पांच साल पहले ही बनाया गया था।