Holi 2024: रंगो का त्यौहार होली बिल्कुल नजदीक आ गया है। होली का रंग मिठाई के रस के बिना बिल्कुल फीका सा लगता है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाजारों में होली के त्यौहार की रौनक अभी से ही दिखने लगी है। होली के मौके पर बाजारों में मिठाइयों की मांग काफी बढ़ जाती है, इसके साथ ही नकली मिठाइयों का खतरा भी बढ़ जाता है। बढ़ती मांग के चलते दुकानदार मेवे, दूध और मिठाई में मिलावट कर देते हैं। जो कई बार होली के रंग में भंग डाल देती है। लोगों की सेहत पर इसका काफी असर पड़ता है। हालांकि, इससे बचने के लिए इस बार दिल्ली फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट एक्टिव मोड में दिख रहा है।
दिल्ली में नकली मिठाई बेचने वालों की खैर नहीं
अब दिल्ली में नकली मिठाईयां बेचने वालों की खैर नहीं होगी। दरअसल, नकली मिठाई बेचने वालों पर एक्शन लेने के लिए दिल्ली फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने टीम तैयार की है, जो हर दिन मिठाई की दुकानों पर जाकर सैंपल लेगी। अगर किसी भी दुकान पर नकली मिठाई मिलती है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। इस बारे में जानकारी देते हुए फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की कमिश्नर नेहा बंसल ने मीडिया को बताया कि फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट द्वारा मिलावटी मिठाइयों को बेचने वालों पर शिकंजा कसने के लिए टीम गठित की गई है। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट द्वारा खाने की चीजों के लिए वैन भी चलाई जा रही है, जिसमें खाने-पीने की चीजों की जांच की जा रही है।
फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम हर दिन सभी जिलों की दुकानों पर जाकर सैंपल लाएगी, जो जांच के लिए भेजे जाएंगे। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट का सबसे ज्यादा फोकस नकली दूध से बनी मिठाइयों पर है, होली में सबसे ज्यादा शिकायत इन्हीं से आती है। दिल्ली फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। अगर आपको किसी दुकान पर मिलावटी मिठाईयां मिलती हैं तो आप हेल्पलाइन नंबर 1800113921 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
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ऐसे करें मिलावटी मिठाई की पहचान
असली और नकली मावा को पहचानना बहुत ही आसान है। दरअसल, मावा को अपने अंगूठे के नाखून पर रगड़ें। अगर यह असली है तो इसमें से घी की महक आएगी और खुशबू देर तक रहेगी। इसके अलावा हथेली पर खोया की छोटी गोली बनाएं। अगर यह फटने लग जाए तो समझिए मावा नकली है या इसमें मिलावट की गई है। असली खोया को पहचानने का सबसे आसान तरीका यह भी है कि यह चिपचिपा नहीं होता। मावा चखकर भी आप असली और नकली की पहचान कर सकते हैं। अगर असली मावा होगा तो मुंह में नहीं चिपकेगा जबकि नकली मावा चिपक जाएगा।