'मैंने डर या दबाव में कभी काम नहीं किया...', आप के आरोपों पर कैलाश गहलोत का करारा पलटवार

Delhi Assembly Elections 2025 Kailash Gehlot Big claim Says BJP will form the government
X
कैलाश गहलोत ने किया बड़ा दावा।
आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कैलाश गहलोत ने पार्टी छोड़ने के कारणों पर स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा कि वे पार्टी के सिद्धांतों से समझौता नहीं कर पा रहे थे, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।

Why Kailash Gehlot Joins BJP: दिल्ली की राजनीति में हलचल मचाते हुए कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी (AAP) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इस कदम पर विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए, खासकर आप ने आरोप लगाया कि ED-CBI के दबाव के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ी है। आइए कैलाश गहलोत ने 'आप' छोड़ने के फैसले पर क्या स्पष्टीकरण दिया।

डरने की बात पर दिया सीधा जवाब

कैलाश गहलोत ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 2018 में मेरे आवास पर आयकर विभाग ने छापेमारी की थी। सीबीआई ने भी पूछताछ की, लेकिन मैंने हर बार सहयोग किया और उनके सवालों के जवाब दिए। मैंने कभी डर या दबाव में काम नहीं किया। आज भी मुझ पर कोई दबाव नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके खिलाफ कोई मौजूदा समन या जांच लंबित नहीं है।

इसे भी पढ़ें: कौन हैं कैलाश गहलोत? वकील से आप के मंत्री बनने तक का सफर; जानिये यहां...

पार्टी छोड़ने का मुख्य कारण बताया

कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी से अलग होने के कारणों पर कहा कि पार्टी कभी एक व्यक्ति के प्रयासों से नहीं बनती। लाखों कार्यकर्ता मिलकर इसे खड़ा करते हैं। हालांकि, मुझे ऐसा लगा कि आप की विचारधारा और मूल्यों में धीरे-धीरे गिरावट आ रही है। यह एक दिन में नहीं हुआ, बल्कि लंबे समय से हो रहा था। इसी वजह से मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।

इसे भी पढ़ें: AAP छोड़ने के बाद बीजेपी में शामिल हुए कैलाश गहलोत, जानें क्या बोले

भाजपा में शामिल होने पर कही ये बात

भाजपा में शामिल होने पर गहलोत ने कहा कि वह देश की सेवा के लिए काम करना चाहते हैं। उन्होंने अपनी नई पार्टी को लेकर उम्मीद जताई और कहा कि भाजपा में शामिल होकर वह जनता के लिए अधिक प्रभावी तरीके से काम कर सकेंगे। गहलोत के इस कदम के बाद दिल्ली की राजनीति गरमा गई है। 'आप' जहां इसे भाजपा का दबाव बता रही है, वहीं भाजपा इसे एक 'सही विचारधारा की ओर बढ़ने' का कदम मान रही है। आने वाले दिनों में इस घटनाक्रम का दिल्ली की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story