Why Kailash Gehlot Joins BJP: दिल्ली की राजनीति में हलचल मचाते हुए कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी (AAP) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इस कदम पर विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए, खासकर आप ने आरोप लगाया कि ED-CBI के दबाव के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ी है। आइए कैलाश गहलोत ने 'आप' छोड़ने के फैसले पर क्या स्पष्टीकरण दिया।
डरने की बात पर दिया सीधा जवाब
कैलाश गहलोत ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 2018 में मेरे आवास पर आयकर विभाग ने छापेमारी की थी। सीबीआई ने भी पूछताछ की, लेकिन मैंने हर बार सहयोग किया और उनके सवालों के जवाब दिए। मैंने कभी डर या दबाव में काम नहीं किया। आज भी मुझ पर कोई दबाव नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके खिलाफ कोई मौजूदा समन या जांच लंबित नहीं है।
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पार्टी छोड़ने का मुख्य कारण बताया
कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी से अलग होने के कारणों पर कहा कि पार्टी कभी एक व्यक्ति के प्रयासों से नहीं बनती। लाखों कार्यकर्ता मिलकर इसे खड़ा करते हैं। हालांकि, मुझे ऐसा लगा कि आप की विचारधारा और मूल्यों में धीरे-धीरे गिरावट आ रही है। यह एक दिन में नहीं हुआ, बल्कि लंबे समय से हो रहा था। इसी वजह से मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।
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भाजपा में शामिल होने पर कही ये बात
भाजपा में शामिल होने पर गहलोत ने कहा कि वह देश की सेवा के लिए काम करना चाहते हैं। उन्होंने अपनी नई पार्टी को लेकर उम्मीद जताई और कहा कि भाजपा में शामिल होकर वह जनता के लिए अधिक प्रभावी तरीके से काम कर सकेंगे। गहलोत के इस कदम के बाद दिल्ली की राजनीति गरमा गई है। 'आप' जहां इसे भाजपा का दबाव बता रही है, वहीं भाजपा इसे एक 'सही विचारधारा की ओर बढ़ने' का कदम मान रही है। आने वाले दिनों में इस घटनाक्रम का दिल्ली की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।