Independence Day 2024: दिल्ली शराब घोटाले मामले में जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 15 अगस्त के लिए एलजी वीके सक्सेना को बुधवार यानी 7 अगस्त को पत्र लिखा। अपने लेटर में उन्होंने लिखा कि इस बार 15 अगस्त को मेरी जगह पर मंत्री आतिशी दिल्ली के मुख्य समारोह में हिस्सा लेंगी और ध्वजारोहण करेंगी। सीएम केजरीवाल के इस पत्र को लेकर अब दिल्ली की सियासत गरमा गई है। बीजेपी और कांग्रेस इसको लेकर आम आदमी पार्टी पर हमला वर है।

बीजेपी अध्यक्ष ने अरविंद केजरीवाल पर बोला हमला

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है। अरविंद केजरीवाल ने इससे पहले 2014 में भी इस संवैधानिक प्रक्रिया का अपमान किया था, जब उन्होंने राजपथ पर धरना देकर स्वतंत्रता दिवस समारोह को बाधित करने की कोशिश की थी।

वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि राष्ट्र ध्वज प्रोटोकॉल अनुसार राज्यों में केवल मुख्यमंत्री के द्वारा ध्वजारोहण का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि आबकारी नीति मामले में जेल में बंद हैं, तो वे उनकी मंत्री आतिशी द्वारा ध्वजारोहण की सिफारिश उपराज्यपाल से कर रहे हैं, जबकि इस राष्ट्रीय पर्व पर देश और राज्य का मुखिया ही तिरंगा फहरा सकता है और यह सर्वविदित है। केजरीवाल द्वारा उपराज्यपाल को लिखा पत्र प्रमाणित करता है कि आम आदमी पार्टी और उसके नेता कल भी अराजक थे आज भी अराजक हैं।

केजरीवाल कर रहे संवैधानिक मान्यताओं का अपमान- कांग्रेस

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल इस्तीफा देकर नया मुख्यमंत्री नामित करने की जगह किसी मंत्री को झंडा फहराने का अधिकार देना संविधान और संवैधानिक मान्यताओं का अपमान करना है।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का संवैधानिक अधिकार केवल राज्य के मुख्यमंत्री का ही होता है, यह कोई दैनिक गतिविधि नहीं जो उपराज्यपाल को पत्र लिखकर इसे बदला जा सके। राष्ट्र ध्वज केवल देश का प्रधानमंत्री और राज्य का मुखिया ही फहरा सकता है।

देवेंद्र यादव ने आप के साथ बीजेपी पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने कभी भी संविधान का सम्मान नही किया। एक पार्टी संविधान को बदलने तक की बात करती है तो दूसरी पार्टी के मुख्यमंत्री संविधान की मान्यताओं को अपमान करते हैं।