JNU Election Result: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में 22 मार्च को हुए छात्रसंघ चुनाव में बंपर मतदान हुआ। चार साल बाद हो चुनाव में छात्रों ने काफी दिलचस्पी दिखाई। यह कारण है कि इस बार 73 फीसदी वोटिंग हुई। पिछली बार के मुकाबले यह लगभग पांच फीसदी अधिक है। इसके बाद 22 मार्च को ही आधी रात तीन बजे से मतगणना शुरू हो गई थी। लगातार दिन-रात मतगणना अभी भी जारी रही। उम्मीद है कि छात्र संघ चुनाव के नतीजे आज रविवार (24 मार्च) को रात नौ बजे तक घोषित किए जाएंगे नतीजों का ऐलान विश्वविद्यालय की चुनाव समिति द्वारा की जाएगा।
स्कूल काउंसलर के लिए 42 उम्मीदवार
जेएनयूएसयू के केंद्रीय पैनल के चार पदों के लिए 19 उम्मीदवार और स्कूल काउंसलर के लिए 42 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जिनमें से सात उम्मीदवारों ने अध्यक्ष पद के लिए लड़ाई लड़ी। वहीं केंद्रीय पैनल में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और महासचिव के पद शामिल हैं। लगातार जारी मतगणना में पहले स्कूल काउंसलर के प्रत्याशियों के नतीजे जारी हुए। एबीवीपी ने शनिवार को दावा किया है कि नौ में से पांच स्कूल काउंसलर पद पर भगवा ने क्लीन स्वीप की है।
इसके अलावा 18 में से 12 काउंसलर सीटों पर भी जीत हासिल की है। हालांकि, जेएनयू छात्रसंघ चुनाव समिति की ओर से शनिवार को कोई भी काउंसलर सीट के नतीजों पर जीत की अधिकारिक सूचना नहीं दी गई। जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में मतदाताओं के जागरूक होने के कारण ही पिछले साल की तुलना में मतदान में करीब पांच फीसदी बढ़ोतरी हुई है।
एबीवीपी और वाम दल के बीच सीधा मुकाबला
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी प्रत्याशी उमेश चंद्र अजमीरा और दलित समुदाय के वाम दल गठबंधन के धनंजय के बीच है। वाम दल गठबंधन ने 25 साल के बाद दलित चेहरे को अपना प्रत्याशी बनाया है। पीएचडी प्रोग्राम के दोनों शोधार्थियों में एक समानता है कि वे दलित समुदाय से भी हैं। इसके अलावा लगातार मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बनाए हुए थे।
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चुनाव में कुल 7751 मतदाता
बता दें कि मतदान के लिए 17 बूथ बनाए गए थे। चुनाव में 7751 मतदाता थे। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में आखिरी बार 2019 में छात्र संघ चुनाव हुए थे। कोविड महामारी के चलते चार साल से छात्र संघ चुनाव नहीं हो पा रहे थे। 2019 में 67 प्रतिशत छात्रों ने मतदान किया था। 2018 में 67.8 प्रतिशत, 2017 और 2016 में 59 प्रतिशत व 2015 में 55 प्रतिशत छात्रों ने वोट डाले थे।