Coronavirus Cases In Delhi: राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यहां रोजाना 5 से 7 नए केस आ रहे हैं। नए साल की शुरूआत से पहले ही कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। सोमवार को भी चार मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है।जिसकी वजह से लोगों की चिंताएं बढ़ गई है। वहीं दिल्ली सरकार भी कोरोना को लेकर सतर्क हो गई है। हालांकि, अभी तक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लागू नहीं किया गया है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी के अस्पतालों में कोरोना के फिलहाल 4 मरीज अस्पताल में भर्ती है। कोरोना के नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए जिनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है और सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे गए है। उन्होंने आगे कि जिन लोगों की उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है, वो भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचे और मास्क लगाकर रखें।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के अस्पतालों में हुई मॉक ड्रिल
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार से 4 दिन पहले जो चर्चा हुई थी, उसके मुताबिक तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में नए वेरिएंट जेएन.1 के मामले सामने आ रहे हैं, जो ओमीक्रॉन का ही सब वेरिएंट है। इसका संक्रमण ज्यादा सीरियस नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइंस का दिल्ली में पालन किया जा रहा है। केंद्र का मानना है कि कोई भी राज्य ऐसा कदम न उठाए, जिससे देश में पैनिक हो जाए। इसलिए दिल्ली सरकार भी इस स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए है। इसके साथ ही अस्पतालों में व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मॉक ड्रिल करवा ली गई है।
दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या 30 के पार
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के रोजाना 400 से 500 सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं, जिनमें से 5 से 7 कोरोना पॉजिटिव मामले रोजाना दर्ज हो रहे हैं। राजधानी में फिलहाल पॉजिटिविटी रेट 1 प्रतिशत से भी कम है। आज की बात करी जाएं, तो दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के कुल 4 मरीज भर्ती है, जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे राजधानी में कुल संक्रमितों की संख्या 31 हो गई है, जोकि रविवार तक 16 थी।