Delhi: दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के मुख्य परिसर में निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस काम की बाधा में आ रहे पेड़ों को स्थानांतरण और वनीकरण को मंजूरी दे दी है। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने इस प्रोजेक्टर के आड़े आ रहे 2670 पेड़ों के स्थानांतरण और वनीकरण को मंजूरी दे दी। मुख्य परिसर में अंतर-अनुशासनात्मक शैक्षणिक और अनुसंधान भवन, प्रौद्योगिकी संकाय के लिए शैक्षणिक भवन, पुस्तकालय भवन और कंप्यूटर केंद्र का निर्माण किया जाएगा।
डीयू के उत्तरी परिसर में बनने वाले शैक्षणिक भवनों के लिए 252 पेड़ों के स्थानांतरण-प्रत्यारोपण और 15 पेड़ों के कटाई को मंजूरी दी गई है। स्थानांतरण व कटाई किए जाने वाले 267 पेड़ों के बदले 2670 पौधों का वृक्षारोपण किया जाएगा। इसके लिए डीयू करीब 1,57,89,000 रुपये की क्षतिपूर्ति अग्रिम रूप से जमा करेगा। करीब 4.8834 हेक्टेयर भूमि के डीएसई परिसर के अंदर अंतर-अनुशासनात्मक शैक्षणिक और अनुसंधान भवन, प्रौद्योगिकी संकाय के लिए शैक्षणिक भवन, पुस्तकालय भवन व अन्य का निर्माण किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि डीयू में होने वाले इन निर्माण में करीब 900 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उपराज्यपाल ने निर्धारित मानदंडों के अनुसार, वन विभाग और दिल्ली विश्वविद्यालय के संबंधित अधिकारियों के साथ परियोजना स्थल का संयुक्त निरीक्षण किया था। इस मौके पर एलजी को बताया गया था कि परियोजना क्षेत्र स्थल मॉर्फोलॉजिकल रिज क्षेत्र और डीम्ड फॉरेस्ट की परिभाषा के अंतर्गत नहीं आता।
ये लगाए जाएंगे यह पौधे
स्थानांतरण-प्रत्यारोपण या काटे गए पेड़ के बदले नीम, अमलतास, पीपल, पिलखन, गूलर, बरगद, देसी कीकर और अर्जुन की प्रजातियों के साथ-साथ अन्य देशी प्रजातियां लगाई जाएगी। डीयू ने विश्वविद्यालय के पहले से ही चिन्हित क्षेत्रों में 24,120 वर्गमीटर शुद्ध क्षेत्र में किया गया। दिल्ली वृक्ष संरक्षण अधिनियम, 1994 के प्रावधानों के तहत 267 पेड़ों के प्रत्यारोपण/स्थानांतरण के लिए एलजी की मंजूरी आवश्यक थी।