Delhi Budget: दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बजट सत्र में उपराज्यपाल के अभिभाषण में आम आदमी पार्टी सरकार की उपलब्धियों के दावों को सफेद झूठ करार दिया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने उपराज्यपाल को जो अभिभाषण पढ़ने के लिए दिया, वह झूठ के पुलिंदे के अलावा कुछ नहीं है। यह सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह फेल हो गई है।
शिक्षा के मुद्दे पर विजेंद्र गुप्ता ने घेरा
अभिभाषण के दौरान विपक्षी सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों पर आप सरकार को घेरा। जैसे ही शिक्षा का उल्लेख हुआ तो विपक्ष के सदस्य विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने हर साल पांच नए कॉलेज खोलने का वादा किया था, नए कॉलेज खोलना तो दूर हालत यह हो गई है कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय पूर्ण पोषित 12 कॉलेज बंद होने के कगार पर हैं। दिल्ली सरकार इन कालेजों को पूरा फंड तो क्या, शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन ही नहीं दे रही। स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं और गेस्ट टीचर्स को वादानुसार पक्का नहीं किया गया।
मोहन सिंह बिष्ट ने पानी का मुद्दा उठाया
वहीं, विपक्षी सदस्य मोहन सिंह बिष्ट ने पीने के पानी की कमी और गंदे पानी पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि आप सरकार पानी की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कुछ नहीं कर पाई।
आयुष्मान भारत योजना नहीं की लागू- अजय महावर
स्वास्थ्य के मुद्दे पर पर विपक्ष के सदस्य अजय महावर ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने घोषणा के बावजूद आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू नहीं किया। आज सुप्रीम कोर्ट दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को बूचड़खाना कहती है और हाईकोर्ट का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 6 सिटी स्कैन मशीनें हैं। तीन करोड़ जनता को मरने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता।
बिजली के रेट बढ़ाने के दावे को बताया झूठा
वहीं, विपक्ष के सदस्य अभय वर्मा ने इस दावे को झूठा बताया कि दिल्ली में बिजली के रेट नहीं बढ़ाए गए। उन्होंने कहा कि जब से आप सरकार सरकार आई है, तीन बार बिजली के रेट बढ़ाए गए हैं और आज दिल्ली में बिजली के रेट पूरे देश में सबसे ज्यादा हैं। वहीं विपक्ष के सदस्य अनिल वाजपेयी ने मैली यमुना पर सरकार की विफलता को उजागर करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 8500 करोड़ रुपये दिल्ली सरकार ने पानी में बहा दिए और उसका कोई हिसाब नहीं है।
विपक्ष के सदस्य ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि पिछले 10 सालों में दिल्ली में एक भी बस नहीं खरीदी गई। जो 1650 इलेक्ट्रिक बसें आई हैं, वे भी केंद्र सरकार ने ही उपलब्ध कराई हैं, जबकि केजरीवाल सरकार उसका झूठा श्रेय लेते हुए शर्म महसूस नहीं कर रही। डीटीसी साढे 10 हजार करोड़ घाटे में चल रही है और पब्लिक ट्रांसपोर्ट धराशायी हो गया है।
जितेंद्र महाजन ने 2018 से ओल्ड एज पेंशन बंद होने से दिल्ली के बुजुर्गों के साथ हो रहे अन्याय पर सरकार को धिक्कारा। दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद राजधानी की सफाई व्यवस्था चौपट होने का मामला नेता विपक्ष बिधूड़ी ने उठाया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी एक साल में दिल्ली में कूड़े के पहाड़ हटाने के नारे के साथ सत्ता में आई थी लेकिन वे पहाड़ तो कम नहीं हुए, पूरी दिल्ली में कूड़े के ढेर लगे पड़े हैं। केजरीवाल ने नगर निगम चुनावों में जनता से दस वादे किए थे लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया।