LG Vs CM: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब सफाई के मामले पर आमने-सामने आ गए हैं। ताजा मामले में संगम विहार इलाके की साफ सफाई और तमाम व्यवस्थाओं को लेकर एलजी ने जैसे ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, तो सीएम ने तुरंत संज्ञान लिया और शिकायतों को दूर करने के लिए मुख्य सचिव को लेटर लिखा।

कमियां सात दिनों के अंदर दूर की जाए- सीएम

सीएम केजरीवाल ने आदेश दिया कि एलजी द्वारा बताई गईं सभी इलाकों की कमियां सात दिनों के अंदर दूर की जाएं। सीएम ने मुख्य सचिव को दिए आदेश में कहा कि एलजी ने पिछले कुछ दिनों में संगम विहार, बुराड़ी और किराड़ी क्षेत्रों का दौरा किया और अपर्याप्त कचरा सफाई, ओवरफ्लो होते सीवर, टूटी नालियां, ओवरफ्लो होती नालियां, टूटी सड़कें आदि के रूप में कई कमियां पाईं। कृपया एलजी के सभी ट्वीट पढ़ें। यदि आवश्यक हो तो एलजी कार्यालय से एक विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करें। आपको यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है। एलजी द्वारा बताई गईं सभी कमियों को सात दिनों के अंदर अर्थात 12 मार्च को शाम 5 बजे तक दूर किया जाए और इसकी प्रतिदिन मुझे 5 बजे तक दैनिक रिपोर्ट भेजी जाए।

एलजी ने तस्वीरें शेयर कर बताई थीं कमियां

दरअसल, दिल्ली के उपराज्यपाल ने मंगलवार यानी 5 मार्च को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर कहा कि स्थानीय निवासियों के अनुरोध पर सोमवार को संगम विहार गया था। 9 साल के शिगूफों के बावजूद इलाके में रह रहे 20 लाख से ज्यादा लोग मूलभूत जनसुविधाओं से वंचित, नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। न सड़कें हैं, न सीवर, न कूड़े की सफाई। वहीं, एलजी ने दूसरे ट्वीट में कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से अनुरोध है कि दिल्ली और दिल्ली की आम जनता की समस्याओं की तरफ ध्यान दें।

एलजी के ट्वीट का सीएम ने दिया था जवाब

एलजी के ट्वीट के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने रिट्वीट करते हुए कहा कि मैं आपका शुक्रगुजार हूं कि आपने हमारी कमियां बताईं। इसके पहले आपने किराड़ी और बुराड़ी की कमियों को भी उजागर किया था। मैं अभी मुख्य सचिव को आदेश दे रहा हूं कि वो सात दिन के अंदर इन सभी इलाकों की इन सभी कमियों को दूर करें। जो काम आप कर रहे हैं, वो काम विपक्ष को करना चाहिए था। सत्ता पक्ष की कमियां निकालना विपक्ष का काम है। दुर्भाग्यवश, आज विपक्ष यानी बीजेपी के सातों सांसद राजनीति से सन्यास लेने में व्यस्त हैं और आठों विधायक गहरी निद्रा में सोये हैं।

यही कारण है कि दिल्ली की सत्ता पिछले 26 साल से बीजेपी से दूर है। इसलिए, मजबूरी वश, एलजी के संवैधानिक पद पर होते हुए भी विपक्ष की भूमिका आपको निभानी पड़ रही है। जो कमियां आपने बताई हैं, जिन अधिकारियों को ये काम करना था और उन्होंने नहीं किया, उनके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन होना चाहिए। सर्विसेस और विजिलेंस आपके अधिकार क्षेत्र में आता है। अगर ये मेरे अंडर होता तो मैं ना केवल ऐसे लापरवाह अफसरों को तुरंत सस्पेंड करता, बल्कि उनके खिलाफ ऐसा एक्शन लेता कि फिर कोई अधिकारी ऐसी कोताही करने की हिम्मत ना करता। मैं उम्मीद करता हूं कि आप इन विभागों के सबसे सीनियर अधिकारियों को तुरंत सस्पेंड करेंगे और उन्हें सजा देंगे। 2 करोड़ दिल्लीवासी आपके एक्शन का इंतजार करेंगे।