Waste To Art City: दिल्ली नगर निगम ने राष्ट्रीय राजधानी को 1000 टन से ज्यादा कबाड़ से वेस्टू टू आर्ट सिटी में बदल दिया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 पुरस्कार समारोह में आज निगम को पुरस्कार दिया जाएगा। एमसीडी के बागवानी विभाग ने 1,000 टन से अधिक स्क्रैप सामग्री और धातुओं के कचरे का इस्तेमाल करके कम से कम 200 मूर्तियां बनाई हैं। एमसीडी द्वारा कचरे से निर्मित ये आकर्षक वस्तुएं दूसरों को भी इस तरह की कला का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करेंगी।

एमसीडी शेयर करेगी जानकारी

एमसीडी अपनी और भी कई परियोजनाओं की जानकारी भी शेयर करेगा। इसमें पंजाबी बाग में भारत दर्शन पार्क का चरण- II भी शामिल है। इस चरण में 17 मूर्तियां तैयार की जा रही हैं। एक अधिकारी ने बताया कि डायनासोर पार्क में, 300 टन कचरे, जैसे स्क्रैप धातु, टायर और कार के अवशेषों का इस्तेमाल करके डायनासोर की 54 विशाल मूर्तियां बनाई गई हैं।

इन मूर्तियों की ऊंचाई 9 से 65 फीट और लंबाई 54 फीट तक है। वेस्ट-टू-आर्ट थीम के तहत एक हेरिटेज पार्क भी बनाया जाएगा, जहां यूनेस्को स्मारकों के लघु चित्र बनाए जाएंगे। दिल्ली के आईटीओ स्थित शहीदी पार्क में देश की आजादी के लिए शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीर बनाई गई हैं, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

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मूर्तियां बनाने का काम जारी

एमसीडी के एक अधिकारी ने कहा कि सार्वजनिक जगहों के लिए हम ऐसे प्रदर्शनी बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं जो न केवल ध्यान आकर्षित करे, बल्कि सार्थक भी हो। 2डी मूर्तियों के बाद, हमने पूसा रोड चौराहे पर भारतीय शास्त्रीय नृत्य के अलग-अलग रूपों को प्रदर्शित करने वाली आठ 10-12 फुट की मूर्तियां स्थापित करने की प्लानिंग को अंतिम रूप दे दिया है। इनमें रात के समय विशेष लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। मूर्तियां बनाने का फैसला उपराज्यपाल वी के सक्सेना के निर्देश पर आया, जिन्होंने भारत मंडपम के पास विभिन्न भारतीय संगीत यंत्र बजाने वाले कलाकारों की मूर्तियों की तारीफ की थी।