Delhi Metro thefts cases doubles in a year: दिल्ली मेट्रो में चोरी करने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। इस साल पुलिस ने 83 महिलाओं को गिरफ्तार है। इनमें से 77 महिलाएं चोरी के मामलों में जेल गई हैं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा केवल 38 था। पुलिस का कहना है कि 18 दिसंबर तक 83 महिलाओं को दिल्ली मेट्रो से अरेस्ट किया गया है। वहीं इस साल के चोरी के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल 2,700 की तुलना में इस साल 4,600 से ज्यादा चोरियां हुई हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि मेट्रो में जो महिलाएं चोरी करती हैं। वह अक्सर ग्रुप बनाकर रहती हैं। इस ग्रुप के चार या आठ सदस्य होते है। उन सभी का टारगेट ये ही रहता है कि किसे अपना शिकार बनाना है। ये महिलाएं कोई बड़ा सामान साफ नहीं करती है। इनकी प्राथमिकता केवल कैश और ज्वैलरी पर ही होती है। ये ज्यादातर यात्रियों को मेट्रो में चढ़ते और उतरते समय अपना निशाना बनाती हैं। इसलिए यात्री मेट्रो में यात्रा करते समय सतर्क रहे। यात्रा के दौरान मेट्रो से उतरते और चढ़ते वक्त अपने बैग और जरूरी सामान का ध्यान रखें।
 

ऐसे दिल्ली मेट्रो में चोरी करती हैं महिला चोर

पुलिस के अधिकारी का कहना है कि जब इस ग्रुप को चोरी करनी होती है, तो यह ग्रुप उसे यात्री को घेर लेता है और उनका ध्यान भटकाने की कोशिश करता है। जैसे ही किसी यात्री का ध्यान भटक जाता है तो यह आभूषण या नकदी से भरा पर्स चुराकर फरार हो जाती है। ऐसे में अगर आपको किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि देखने को मिलती है तो आपको तुरंत अधिकारियों को सूचित करना चाहिए।


11 बजे से शाम 5 बजे तक दिल्ली मेट्रो में एक्टिव रहती हैं महिला चोर

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि ये चोर महिलाएं अक्सर उन मेट्रो स्टेशनों पर लोगों को निशाना बनाते हैं, जिनके पास लाइन बदलने के ऑप्शन होते हैं। क्योंकि, ऐसे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या ज्यादा होती है। ये सुबह 11 बजे के आसपास ट्रेनों में चढ़ते हैं और लक्ष्य मिलने तक ट्रेनें बदलते रहते हैं। यह सिलसिला शाम 5 बजे तक जारी रहता है। वे परिसर छोड़ने से एक दिन पहले एक या दो चोरी कर सकते हैं। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि गिरोह नए चेहरों को भी शामिल करता है।
 

दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर होती है सबसे ज्यादा चोरियां 

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभी दिल्ली मेट्रो में चोरी करने वाले सात से आठ गिरोहों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। कुछ की तस्वीरें मिली है, उनकी पहचान की जा रही है। ये महिला चोरों का ग्रुप ब्लू लाइन पर सबसे ज्यादा घटनाओं को अंजाम देता है।