Delhi Mukhyamantri Tirth Yatra Yojana: दिल्ली सरकार अब तक 92 वातानुकूलित ट्रेनों के माध्यम से करीब 90 हजार बुजुर्गों को निशुल्क तीर्थ यात्रा करवा चुकी है। हालांकि, इसे मानसून के चलते बंद किया गया है, लेकिन मानसून के बाद इसे फिर से शुरू किया जाएगा।
2019 में शुरू हुई थी मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना
दिल्ली कैबिनेट ने 9 जनवरी, 2018 को मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को मंजूरी दी थी। इसके बाद 2019 में तीर्थ यात्रा के लिए पहली ट्रेन भेजी गई थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने लगातार ट्रेनों को भेज कर बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करवाई। दिल्ली सरकार मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत दिल्ली के बुजुर्गों को निशुल्क यात्रा करवाती है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जाता है। जिन बुजुर्गों का चयन होता है। उन्हें दिल्ली सरकार वातानुकूलित ट्रेनों में बैठाकर तीर्थ यात्रा करवाती है। तीर्थ यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को कोई परेशान न हो इसका पूरा ख्याल रखा जाता है। उन्हें एसी होटलों में ठहरा जाता है और अच्छे भोजन की व्यवस्था की जाती है।
दिल्ली सरकार तीर्थ यात्रियों के उनके घर से रेलवे स्टेशन तक और वापस घर पहुंचाने तक के लिए परिवहन की जिम्मेदारी लेती है। इसके अलावा, हर तीर्थयात्री को एक किट दी जाती है, जिसमें बेडशीट, छाता, कंबल, तौलिया और स्नान किट समेत अन्य जरूरी वस्तुएं होती हैं, ताकि उनको यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। दिल्ली तीर्थ यात्रा विकास समिति के चेयरमैन कमल बंसल ने बताया कि अभी मानसून की स्थिति को देखते हुए अगली तीर्थ यात्रा की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मानसून ठीक हो जाने के बाद ही दिल्ली सरकार पहले की तरह बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करवाएगी।
इन तीर्थ स्थलों का दर्शन कराती है दिल्ली सरकार
दिल्ली सरकार रामेश्वरम्, द्वारकाधीश, सोमनाथ, नागेश्वर, जगन्नाथपुरी, बाबा महाकाल, शिरडी में तमकेश्वर, तिरुपति बालाजी, अयोध्या, माता वैष्णो देवी, पुष्कर, फतेहपुर सीकरी, अमृतसर में स्वर्ण मंदिर, करतारपुर साहिब, मथुरा-वृंदावन और हरिद्वार के दर्शन अपने खर्चे पर करवाती है। पात्र यात्री अपनी मनपसंद यात्रा को चुन सकते हैं।
यात्रा के लिए करना होता है ऑनलाइन आवेदन
तीर्थ यात्राओं में भाग लेने के लिए सभी तीर्थ यात्रियों को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आवेदन करना होता है। आवेदनों की जांच पड़ताल के बाद दिल्ली सरकार इच्छित तीर्थ स्थलों तक बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करवाती है। दिल्ली सरकार चयनित तीर्थ यात्रियों को वातानुकूलित ट्रेनों में बैठाकर बहुत ही आरामदायक तीर्थ यात्रा करवाती है। दिल्ली सरकार तीर्थ यात्रियों के उनके घर से रेलवे स्टेशन तक और वापस घर पहुंचाने तक के लिए परिवहन की जिम्मेदारी लेती है।
तीर्थ यात्रियों के रहने और खाने का पूरा इंतजाम करती है दिल्ली सरकार
तीर्थ यात्रियों को ट्रेन से ले जाने के साथ ही उनके लिए एसी होटल बुक करवाती है, समय से खाने-पीने और दर्शन की व्यवस्था करवाती है और एक भी मौका ऐसा नहीं आने देती जहां बुजुर्गों को किसी भी समस्या का सामना करना पड़े। इसके अलावा, हर तीर्थयात्री को एक किट दी जाती है, जिसमें बेडशीट, छाता, कंबल, तौलिया और स्नान किट समेत अन्य जरूरी वस्तुएं होती हैं, ताकि उनको यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
क्या है मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना
दिल्ली में रहने वाला 60 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र का कोई भी निवासी स्थानीय विधायक से प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद इस योजना का लाभ उठा सकता है। प्रत्येक यात्री के साथ 21 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र का एक अटेंडेंट जा सकता है। अटेंडेंट का खर्च भी सरकार उठाती है।