नरेश बाल्यान का मकोका मामला: दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई जारी, कहा- 'मेरे खिलाफ MCOCA का मामला नहीं बनता'

दिल्ली हाईकोर्ट में मकोका (MCOCA) मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक नरेश बाल्यान की जमानत याचिका पर सुनवाई की गई। जिसकी अगली सुनवाई 28 जनवरी को होगी, तब यह साफ होगा कि मकोका के आरोपों के तहत उनकी गिरफ्तारी जारी रहती है या उन्हें राहत मिलती है।;

Update:2025-01-23 20:13 IST
आप विधायक नरेश बालियान की बढ़ी मुश्किलें।AAP MLA Naresh Balyan
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Naresh Balyan MCOCA case and Delhi High Court: दिल्ली हाईकोर्ट में मकोका (MCOCA) मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक नरेश बाल्यान की जमानत याचिका पर सुनवाई की गई। इस दौरान बाल्यान ने कहा कि उनके खिलाफ मकोका का मामला नहीं बनता। जस्टिस विकास महाजन की अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 28 जनवरी को निर्धारित की है। 

बाल्यान के वकील का दावा: जमानत मिलने के तुरंत बाद हुआ गिरफ्तार

सुनवाई के दौरान नरेश बाल्यान की ओर से वरिष्ठ वकील विकास पाहवा ने कहा कि जिस दिन उगाही (extortion) के मामले में उन्हें जमानत मिली, उसी दिन उन्हें मकोका मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। पाहवा ने यह भी कहा कि उगाही मामले में कोर्ट ने यह पाया था कि बाल्यान के खिलाफ कोई पैसे का लेन-देन नहीं मिला था। 

इकबालिया बयान और जमानत याचिका

पाहवा ने अदालत में यह भी आरोप लगाया कि दो इकबालिया बयान (confessional statements) में नरेश बाल्यान को एक सिंडिकेट का हिस्सा बताया गया था, लेकिन यह बयान केवल कागज पर थे और इनकी वैधता पर सवाल उठाया। उन्होंने यह भी बताया कि इन इकबालिया बयानों को मजिस्ट्रेट के पास भेजे बिना लिया गया था, जबकि इस प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है।

विधायक बाल्यान का राजनीतिक पहलू: चुनाव से पहले गिरफ्तारी

पाहवा ने यह भी कहा कि नरेश बाल्यान दो बार के विधायक हैं और आगामी नवंबर 2024 में होने वाले चुनाव से पहले उनकी गिरफ्तारी की गई, जिससे उनका टिकट कट गया और वह अपनी पत्नी को यह टिकट देने पर मजबूर हो गए। उन्होंने यह भी बताया कि बाल्यान ने 2021, 2022 और 2023 में उगाही की शिकायत की थी और इसके आधार पर उन्हें दिल्ली पुलिस से सुरक्षा भी मिली थी, लेकिन बाद में उसी मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

दिल्ली पुलिस का आरोप: जबरन वसूली और गैंगस्टर के साथ रिश्ते

दिल्ली पुलिस ने नरेश बाल्यान पर जबरन वसूली का आरोप लगाया था। दरअसल, 4 दिसंबर को वसूली मामले में जमानत मिलने के बाद 30 नवंबर को उन्हें दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बीजेपी ने एक ऑडियो क्लिप जारी किया था जिसमें गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू और बाल्यान के बीच वसूली को लेकर बातचीत हो रही थी। इस ऑडियो के बाद दिल्ली पुलिस ने बाल्यान को पूछताछ के लिए बुलाया और फिर गिरफ्तार कर लिया। 

गैंगस्टर कपिल सांगवान और नरेश बाल्यान का संबंध

पुलिस के मुताबिक, यह बातचीत 2023 में हुई थी और इसे लेकर एक एफआईआर दर्ज की गई थी। कपिल सांगवान, जो एक कुख्यात गैंगस्टर है और वर्तमान में ब्रिटेन में रह रहा है, के साथ बाल्यान का संबंध सामने आया। सांगवान नफे सिंह हत्याकांड का मास्टरमाइंड है और उसे बीजेपी नेता सुरेंद्र मटियाला और बल्लू पहलवान की हत्या का भी जिम्मेदार माना जाता है। 

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नरेश बाल्यान की राजनीतिक यात्रा और मकोका मामले का प्रभाव

नरेश बाल्यान 2015 से उत्तम नगर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। उनकी गिरफ्तारी से पार्टी के लिए चुनावी समीकरण प्रभावित हो सकते हैं, खासकर आगामी चुनावों में। नरेश बाल्यान की जमानत याचिका पर अगली सुनवाई 28 जनवरी को होगी, तब यह साफ होगा कि मकोका के आरोपों के तहत उनकी गिरफ्तारी जारी रहती है या उन्हें राहत मिलती है।

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