Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनावों को लेकर तैयारी चल रही है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और इस चुनाव पर दिल्ली वालों की ही नहीं बल्कि पूरे देश की नजर है। इसी बीच हम आपको एक ऐसी विधानसभा सीट के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसे कोई उम्मीदवार जीत लेता है, तो उसकी पार्टी की सरकार बनना तय हो जाता है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि ऐसा पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़े बताते हैं।

दरअसल, दिल्ली में अब तक सात बार विधानसभा चुनाव हुए है और नई दिल्ली विधानसभा सीट को सियासत का पावर हाउस कहा जाता है। इस सीट से तीन-तीन बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चुनाव जीता है। ये ही नहीं इस विधानसभा सीट ने दिल्ली को छह बार के सीएम दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसी सीट से प्रतिनिधित्व किया है और अरविंद केजरीवाल अभी इसी सीट से विधायक भी हैं।

केजरीवाल लगातार इस सीट से तीन बार जीते हैं और लगातार दिल्ली के सीएम बने है। अब देखना ये होगा कि यह सीट केजरीवाल को एक बार फिर दिल्ली का सीएम बना पाती है या नहीं।

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बता दें कि , दिल्ली विधानसभा के गठन के बाद साल 1993 में पहले विधानसभा चुनाव हुए थे। उस वक्त नई दिल्ली विधानसभा गोल मार्केट सीट का हिस्सा थी। लेकिन, साल 2008 में परिसीमन के बाद इसे गोल विधानसभा सीट से अलग कर दिया था और एक नई विधानसभा सीट घोषित कर दी गई थी। कांग्रेस की शीला दीक्षित ने 1998, 2003 और 2008 में इस सीट से चुनाव जीता था और कांग्रेस ने तीन बार अपनी सरकार बनाई थी और फिर आम आदमी पार्टी के गठन के बाद अरविंद केजरीवाल 2013, 2015 और 2020 में इस सीट पर अपना कब्जा जमाया है और लगातार दिल्ली के तीन बार सीएम रहे।

हालांकि,  अरविंद केजरीवाल को जेल से बाहर आने के बाद बीजेपी के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। जिसकी वजह से उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं केजरीवाल को पूरा भरोसा है कि दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी को फिर से सत्ता में लाएगी और वह चौथी बार दिल्ली के सीएम बनेंगे। 

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