South Indian Bank Fraud Case: दिल्ली से सटे नोएडा में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पैसों का लालच देकर लोगों से आधार कार्ड लेकर बैंक में खाता खुलवाने और उसे साइबर ठगों को देने के मामले में नोएडा पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि दोनों आरोपियों ने सेक्टर-22 स्थित साउथ इंडियन बैंक के सहायक प्रबंधक राहुल शर्मा को सभी के खाते उपलब्ध कराए थे। राहुल ने साउथ इंडियन बैंक में 28.07 करोड़ की धोखाधड़ी की थी। कुछ दिनों पहले क्राइम ब्रांच की टीम ने धोखाधड़ी किए गए चार करोड़ रुपये फ्रीज कराए थे, वह इन्हीं दोनों के खाते में ट्रांसफर की गई थी।
पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि द्वारका निवासी शैलेंद्र गौड लोगों को कुछ पैसे का लालच देकर उनके दस्तावेज का इस्तेमाल कर बैंक में लोगों के खाते खुलवाता है और इन खातों को वह साइबर ठगों को उपलब्ध कराता है। नोएडा सेक्टर-22 में स्थित निजी बैंक के अधिकारी द्वारा धोखाधड़ी की रकम जिस खाते में ट्रांसफर हुई थी, उसे शैलेंद्र ने ही खुलवाया था।
आरोपियों के पास से कई लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद
जीएसटी में वकील का काम करने वाला संबंधित निवासी देवराज सिंह का था। इन्हींं दोनों को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके पास से 1 लाख 22 हजार 500 रुपये नगद, दो लैपटॉप, चार मोबाइल, तीन कंप्यूटर सीपीयू, 75 डिजिटल सिग्नेचर पेन ड्राइव,12 कटे बिल, 23 मुहर और एक स्कॉर्पियो बरामद हुई है। नोएडा पुलिस इस बात की जानकारी जुटाने में लगी हुई है कि इन आरोपियों ने किन-किन लोगों को खाते बेचता है।
आरोपी मोटा कमीशन अपने पास रखते थे
अधिकारी ने कहा कि आरोपी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के बैंकों में लोगों को बहला-फुसलाकर खाते खुलवाते थे और उन्हें ठगों को देते थे। जो पैसे मिलते थे उसका एक छोटा हिस्सा मूल खाता धारक को दिया जाता था। लेकिन, मोटा कमीशन आरोपी खुद अपने पास रखते थे। बीते कुछ समय पहले नोएडा सेक्टर-22 में स्थित साउथ इंडियन बैंक में हुई धोखाधड़ी मामले में राहुल शर्मा ने 28.07 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया था। जिसकी रकम पत्नी भूमिका शर्मा और मां सीमा सहित अन्य के खातों में ट्रांसफर की थी। जिसके बाद से वो फरार चल रहे हैं।